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किर्गिस्तान में भारतीय और पाकिस्तानी छात्रों से की जा रही है मारपीट

किर्गिस्तान की राजधानी बिश्बेक में रहकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे बड़वानी जिले के सेंधवा ब्लॉक के चाचरिया निवासी विद्यार्थी चेतन पिता कैलाशचंद्र मालविया ने किर्गिस्तान से वीडियो जारी कर हिंदुस्तान गवर्नमेंट से सहायता की गुहार लगाई है. वहीं दो दिन पूर्व पिता कैलाश चंद्र मा

छात्र ने हिंदुस्तान आने वाले विद्यार्थियों को एयरपोर्ट तक छुड़वाने की गुहार हिंदुस्तान गवर्नमेंट से लगाई है. चाचरिया निवासी विद्यार्थी चेतन के परिजनों ने वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इसमें चेतन ने कहा कि किर्गिस्तान में भारतीय और पाकिस्तानी विद्यार्थियों से हाथापाई की जा रही है. इससे वो हॉस्टल में ही रह रहे हैं.

8 मई को भी क्षेत्रीय लोग चार से पांच बार हॉस्टल में घुस आए थे और दरवाजा खटखटाया लेकिन उन्होंने दरवाजा नहीं खोला. हिंसक घटनाओं से उनके सहित अन्य भारतीय विद्यार्थी डरे हुए हैं. चेतन ने वीडियो में बोला कि उन्होंने फ्लाइट की टिकट करवा ली है. वो घर वापस आना चाहते है. हिंदुस्तान गवर्नमेंट से मांग है कि सुरक्षित एयरपोर्ट तक छुड़वाए.

मुख्यमंत्री ने की विद्यार्थियों और परिजनों से बात

किर्गिस्तान में हो रही अत्याचार के बीच उज्जैन के करीब 12 से अधिक स्टूडेंट्स फंसे होने की समाचार के बाद सोमवार को क्षेत्रीय प्रशासन ने बच्चों के अभिभावकों से वार्ता की थी. मंगलवार को सीएम डाक्टर मोहन यादव ने विद्यार्थियों और उनके परिजनों से बात कर हर सम्भव सहायता का भरोसा दिलाया है.

हॉस्टल से सुरक्षित एयरपोर्ट छोड़ने की मांग की

चेतन के पिता कैलाशचंद्र मालविया और भाई गौरव मालविया ने कहा कि चेतन के हिंदुस्तान आने के लिए 24 जून की फ्लाइट बुक कर दी है. चेतन ने कहा कि यूनिवर्सिटी ने विद्यार्थियों की परीक्षा को दो महीने के लिए बढ़ा दिया है. वहां रह रहे विद्यार्थी चाहते है कि उन्हें हॉस्टल से सुरक्षित निकालकर एयरपोर्ट तक सुरक्षा देते हुए हिंदुस्तान जाने वाली फ्लाइट में छोड़ दिया जाए.

चेतन मालवीया ने कहा कि वह किर्गिस्तान राष्ट्र की राजधानी बिश्केक के इंटरनेशनल विद्यालय ऑफ मेडिसिन कॉलेज (आईएसएम) में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. वह चौथे साल में है और उसका आठवां सेमेस्टर चल रहा है, जिसकी परीक्षा जून में होने वाली है. वह परीक्षा देकर अपने राष्ट्र हिंदुस्तान घर वापस आने वाला है. उसने फ्लाइट भी बुक करवा ली है.

लेकिन किर्गिस्तान में 17 मई की रात को मिस्र और अरब के विद्यार्थियों का क्षेत्रीय रहवासियों से टकराव हुआ था. जिसका इल्जाम भारतीय और पाकिस्तानी विद्यार्थियों पर लगा, जिसके बाद वहां के लोग विद्यार्थियों को हॉस्टल में घुसकर मारने लगे. इस हिंसक घटना में पाक के तीन विद्यार्थियों की मृत्यु हो गई और 29 विद्यार्थी घायल हो गए. चेतन ने कहा कि वहां अत्याचार जारी है और पाक गवर्नमेंट ने उनके विद्यार्थियों को फ्लाइट भेजकर वापस अपने राष्ट्र बुलाना प्रारम्भ कर दिया है.

वीडियो कॉल पर नियमित बात कर रहे पिता

पिता कैलाश मालविया ने कहा कि वे उनके बेटे से वीडियो कॉलिंग पर नियमित बात कर रहे हैं. बेटे ने कहा कि किर्गिस्तान का माहौल अभी भी खराब है और विद्यार्थी होस्टल के कमरों में कैद है. उनकी जान पर खतरा बना हुआ है. इसलिए वे भी अपने बेटे को लेकर चिंतित हैं. उन्होंने हिंदुस्तान गवर्नमेंट से विद्यार्थियों को सुरक्षित किर्गिस्तान से हिंदुस्तान वापस लाने की प्रबंध करने और उनकी परीक्षा को औनलाइन मोड पर कराने की मांग की है.

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