सूर्य मंदिर में पूजा अर्चना करने से होगी संतान की प्राप्ति
अक्सर पुत्र प्राप्ति के लिए लोग क्या से क्या नहीं करते है। इस मंदिर से लेकर तीर्थ यात्रा सब स्थान जाकर सर टेकते हैं। केवल एक आस में की एक दिन उनके घर में किलकारी गूंजेगी। ऐसे में यदि आप भी माता-पिता बनना चाहते है तो झारखंड की राजधानी रांची के सूर्य मंदिर में एक बार आकर पूजा अर्चना जरूर करना चाहिए। इस मंदिर की मान्यता यह है कि कोई भी यहां पूजा अर्चना करने से संतान की प्राप्ति अवश्य होती है।
मंदिर के पुजारी जगदीश ने बोला कि इस सूर्य मंदिर में लोग संतान प्राप्ति के लिए दूर-दूर से आते हैं। यहां लोग पूजा अर्चना करते और ईश्वर से मन्नत मांगते हैं। मैंने अपनी आंखों से ऐसी कई स्त्रियों को देखा है, जिनकी गोद कई वर्षों तक सुनी रही और यहां पूजा करने के पश्चात 1 वर्ष के अंदर ही उनके घर में किलकारी गूंजी है।
सूर्य ईश्वर की उपासना से होती है पुत्र की प्राप्ति
पुजारी जगदीश बताते हैं कि “सूर्य ईश्वर की उपासना करने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। यह बात महाभारत काल से ही चली आ रही है। कुंती ने सूर्य ईश्वर की उपासना की थी तब उन्हें कर्ण के रूप में पुत्र की प्राप्ति हुई थी। लेकिन, समाज के डर से उन्होंने उसे नदी में प्रवाहित कर दिया था। तभी से यह मान्यता चली आ रही है कि सूर्य ईश्वर की आराधना से संतान की प्राप्ति होती है। उन्होंने आगे कहा कि रांची में बूटी मोड़ में रहने वाली स्त्री सरिता जी की विवाह के 5 वर्ष तक कोई संतान नहीं था। उन्होंने हर एक तीर्थ यात्रा की थी। यहां आकर उन्होंने माथा टेका तो मात्र 1 वर्ष के अंदर एक बेटे को जन्म दिया। आज खुशहाल जीवन अपने परिवार के साथ जी रही है। मन्नत मांगने के बाद सबसे महत्वपूर्ण चीज होता है कि आपको उसपर पूर्ण भरोसा हो।मन में एक भी दुविधा नहीं होनी चाहिए।
ऐसे करें पूजा अर्चना
पुजारी जगदीश बताते हैं कि यहां पर ईश्वर को भोग लगाया जाता है। भक्त कलवा बांधकर मन्नत मांगते हैं। वहीं, यहां केवल मन्नत मांगने से ही नहीं होगा। बल्कि, आपको प्रत्येक दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठाना होगा और सूर्य ईश्वर को तांबा के लोटे में जल चढ़ाना होगा। तब तक जब तक आपका मन्नत पूरी नहीं होता है। जब मन्नत पूरी हो जाए तब आपको मंदिर में फिर से आकर ईश्वर को प्रसाद का भोग चढ़ा कर उस कलावे को खोलना है। यदि आप भी संतान प्राप्ति के लिए मन्नत मांगना चाहती है। तो आ जाइयें रांची के बुंडू स्थित सूर्य मंदिर में। आप चाहे तो यहां आने के लिए इस गूगल मैप का प्रयोग कर सकते हैं।