झारखण्ड

बेहद खास है चिकन की ये डिश, जानें इसे बनाने का यूनिक तरीका

वैसे तो आदिवासी रेसिपी के बारे में आपने बहुत सुना होगाकभी पीठा तो कभी डंबू लेकिन आज हम आपको एक ऐसे डिश के बारे में बताने वाले हैं जिसको सुनकर ही आपके मुंह में पानी आ जाएगासाथ ही यह केवल खाने में ही नहीं बल्कि इसे बनाने का भी बड़ा यूनिट तरीका हैजिसे शायद ही अपने पहले देखा या सुना होगादरअसल, हम बात कर रहे हैं पोडॉम की

आपके मन में यह प्रश्न आ रहा होगा कि आखिर यह पोडॉम होता क्या हैदरअसल,ये एक चिकन का डिश है जिसे अल्युमिनियम फॉयल में लपेटकर बनाया जाता हैआदिवासी कल्चर में से पोडॉम कहते हैंइस डिश को बनाती हुई प्रियंका ने कहा हमारे कल्चर में पोडॉम को काफी पसंद किया जाता हैहर तीज त्यौहार में या फिर बर्थडे पार्टी भी हो तो पोडॉम के बगैर उत्सव अधूरा रहता है

बनाने का तरीका भी है यूनिक
इसे बनाने का तरीका भी बड़ा यूनिक हैप्रियंका बताती है सबसे पहले हम चिकन को लेते हैंचिकन के छोटे-छोटे टुकड़े होते हैंजिससे एक बर्तन में लेकर उसमें हल्दी, नमक, धनिया पाउडर, सारे खड़े मसाले और खड़े मसाले का मिश्रण को डालते हैं और अच्छे से मिलाते हैंसाथ ही चार चम्मच दही भी डाला जाता हैइसमें एक बूंद भी ऑयल का प्रयोग नहीं होता है और फिर चिकन के साथ सारे मसाले को अच्छे से मिलाया जाता है

उन्होंने आगे कहा अच्छे से मिलाने के बाद करीबन 1 घंटे तक छोड़ दिया जाता हैताकि सारे मसाले का टेस्ट चिकन में अच्छे से समा जाए और फिर 1 घंटे बाद 2-4 चिकन के पीस को लेकर वर्ष के पत्तों में रखकर अच्छे से लपेटा जाता हैपत्ते के ऊपर फिर अल्युमिनियम फॉयल लपेटा जाता है और कोयले की आंच में सीधा रख दिया जाता हैकरीबन 2 घंटा कोयले की आंच में यह पकता है

बिना दांत वाला आदमी भी खा ले
प्रियंका बताती है इस चिकन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इससे कोई भी खा सकता हैअगर कोई डाइट में है तो भी शामिल कर सकता है या फिर यदि कोई बीमार आदमी है तो भी खा सकता हैक्योंकि इसमें अधिक मसाला नहीं पड़ता और एक बूंद ऑयल का इस्तेमाल नहीं होताखाने में यह काफी टेस्टी लगता हैएक तो वर्ष के पत्ते के बीच और ऊपर से कोयले की आंच पर पकता हैयह इतना सॉफ्ट होता है कि बिना दांत वाला आदमी भी सरलता से चबा ले

पिकनिक में बनता है ये लोगों की पहली पसंद
उन्होंने आगे कहा यह रेसिपी खास कर ठंड के मौसम में अधिक बनता हैलोग जंगल में पिकनिक मनाने जाते हैं तो बस कुछ कोयला, चिकन और कुछ मसाले अपने साथ लेकर जाते हैं और कहीं भी जंगल के बीच में रख कर पत्ते के बीच में लपेटकर और कोयला जलाकर इसे पका लेते हैंखासकर पिकनिक के समय ये खाते हुए लोग आपको अधिक दिखेंगे

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