रांची में जाम से निपटने के लिए नहीं बनी कोई भी खास योजना, ई-रिक्शा पुलिस प्रशासन के लिए बने सरदर्द
Jharkhand News: राजधानी रांची में जाम लगने की समस्याओं का इस वर्ष भी निदान नहीं निकाला जा सका है। यह रोजमर्रा की परेशानी बन चुकी है। लोग ऑफिस ऑवर के अतिरिक्त रोज दो घंटे जाम झेलते हैं। अब तो लोग काम के आठ घंटे में जाम दो घंटे जोड़ कर दस घंटे समझ कर चलते हैं। जाम में फंसने से लोगों का काफी समय बर्बाद हो जा रहा है। इतना ही नहीं, अधिक समय जाम में रहने से धूल और धुआं में सांस लेने से लोगों का स्वास्थ्य भी प्रभावित हो रहा है। लोग सांस की परेशानी से पीड़ित हो रहे हैं।
जाम से निबटने के लिए नहीं बनी कोई खास योजना
राजधानी में जाम से निबटने के लिए कोई भी खास योजना नहीं बनी। जाम से निजात के लिए सिर्फ़ कब्ज़ा हटाया गया। ट्रैफिक पुलिस अधिकारी बताते हैं कि राजधानी में यातायात प्रबंध सुधारने के लिए कोई भी खास योजना नहीं बनायी जा सकी है। जाम से निजात के लिए मेन रोड में सिर्फ़ कब्ज़ा और नो पार्किंग में लगे वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। 2022 में हाइकोर्ट डोरंडा में था। कुछ न्यायाधीश के मेन रोड से गुजरने के दौरान जाम की स्थिति देखकर हाइकोर्ट का डंडा चला था। उसके बाद पूर्व एसएसपी किशोर कौशल गंभीर हुए थे। कब्ज़ा हटाने के बाद दोबारा कब्ज़ा होने पर संबंधित थानेदार पर कार्रवाई की योजना बनी थी, लेकिन वह धरी की धरी रही गयी। नये एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा आये, वह जाम हटाने के लिए स्वयं मेन रोड में उतरे। इसमें दो दिन स्थिति ठीक रही, उसके बाद फिर से वही स्थिति बन गयी।
हर चौक पर ई-रिक्शा का बना स्टैंड, करते हैं यातायात बाधित
राजधानी में छह हजार ई-रिक्शा पुलिस प्रशासन के लिए सरदर्द बन चुके हैं। इससे आम लोग परेशान हैं। मेन रोड ही नहीं, हर रोड में ई-रिक्शा के प्रकोप से गाड़ी चालक परेशान हैं। हर रोड के चौक पर ई-रिक्शा का स्टैंड बन गया है, जो जाम का सबसे बड़ा कारण है। चडरी चौक, कारावास चौक, न्यायालय चौक, कमिश्नरी चौक,सर्जना चौक, बरियातू चौक, कोकर चौक, तिरिल चौक, रिम्स चौक, हरमू चौक और न्यू बाजार से हरमू जाने वाले रोड में इ-रिक्शा स्टैंड बन गया है।
फ्लाइओवर निर्माण के कारण जाम की परेशानी बरकरार
रांची में सालों से बन रहे कांटाटोली फ्लाइओवर के कारण लोग सड़क जाम से त्रस्त हैं। इनके निर्माण कार्य के कारण जाम लग रहा है। कांटाटोली फ्लाइओवर के कारण कोकर से लेकर बहू बाजार तक रोड की स्थिति भी जर्जर हो गयी है। विवशता में लोग इस रोड पर चलते हैं, क्योंकि मेन रोड की स्थिति भी जाम के लिहाज से बहुत अच्छी नहीं है। मेकन और रातू रोड फ्लाइओवर निर्माण के कारण लोग लंबी दूरी तय कर लेते हैं, लेकिन सड़क जाम में फंसना नहीं चाहते।