झारखंड में मानसून फिर हुआ कमजोर: राजधानी सहित कई इलाकों में हुई बारिश
झारखंड में 29 सितंबर तक बारिश की आशा नहीं है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि राज्य में मानसून एक बार फिर कमजोर पड़ गया है। पूरे राज्य में बीते तीन दिन बारिश हुई। कहीं मध्यम दर्जे की तो कहीं तेज बारिश हुई है। वज्रपात की वजह से मृत्यु भी हुई है। अब मानसून कमजोर हो गया है। बीते दो दिनों से झारखंड के ऊपर से गुजरने वाले निम्न दबाव की वजह से बारिश हुई। अब इसका असर कम हुआ है।
राजधानी सहित कई इलाकों में हुई बारिश
निम्न दबाव का असर होने की वजह से राजधानी सहित कई इलाकों में बारिश हुई है। कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हुई। शुक्रवार को हुई बारिश ने राजधानी के कई इलाकों में असर दिखाया। घरों में पानी घुस गया। वहीं बात करें कोल्हान और संताल परगना की तो यहां के कई हिस्सों में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश हुई है।
रांची के कांके में 85 मिमी बारिश
मौसम विभाग के आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में संताल परगना के कई हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। गोपीकांदर में 97, राजमहल में 91.4, कांके में 85, मसानजोर में 75, गढ़वा में 56, हंटरगंज में 55, कुरडेग में 53 मिमी के आसपास बारिश हुई। मौसम केंद्र ने पूर्वानुमान किया है कि अब आगे 29 सितंबर तक मानसून के फिर से एक्टिव होने की आशा नहीं है। इस दौरान कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हो सकती है। तापमान गिरा हुआ ही रहेगा।
झारखंड में अब तक 704.3 मिलीमीटर बारिश
झारखंड में 1 जून से लेकर 23 सितंबर तक 704.3 मिलीमीटर बारिश हुई। हालांकि मानसून की इस अवधि में औसत रूप से 977.3 मिलीटर बारिश का रिकॉर्ड है। इस तरह से राज्य में अब तक सामान्य से 28 फीसदी कम बारिश हुई है। राज्य के 24 में से 7 जिलों में सामान्य बारिश हुई, जबकि 16 जिलों में सामान्य से कम और चतरा जिले में सामान्य से काफी कम बारिश हुई। चतरा में सामान्य से 55 फीसदी कम बारिश हुई।