Jharkhand के जमीन घोटाले मामले में ईडी के हाथ लगा अंतू तिर्की का व्हाट्सएप्प चैट
रांची। लैंड स्कैम मुद्दे की जांच करते हुए प्रवर्तन निदेशालय लगातार नए खुलासे कर रही है। ताजा घटनाक्रम में अब इस मुद्दे में एक नया मोड़ आया है तो वहीं एक नया नाम भी जुड़ गया है। जेएमएम नेता अंतू तिर्की और उनके रैकेट द्वारा न केवल जमीन के नेचर को बदलकर खरीद बिक्री की जाती थी बल्कि साथ ही इस काम में उन्हें सहायता मिले इसे लेकर ऑफिसरों की भी ट्रांसफर पोस्टिंग की जाती थी। प्रवर्तन निदेशालय के हाथ ऐसा ही एक व्हाट्सएप्प चैट भी लगा है, जिसमें अंतू तिर्की के द्वारा ऑफिसरों के ट्रांसफर पोस्टिंग की बात की गई है।
दरअसल रांची में हुए जमीन घोटाले मुद्दे में आए दिन प्रवर्तन निदेशालय ने खुलासे कर रही है। इसी फेहरिस्त में प्रवर्तन निदेशालय को कई नयी जानकारियां मिली है। खास तौर से प्रवर्तन निदेशालय के हांथ अंतू तिर्की का व्हाट्सएप्प चैट हांथ लगा है। अंतू तिर्की की ये व्हाट्सएप चैट जेएमएम सुप्रियो जी ने नाम से मिला है। इस चैट में अधिकारी के ट्रांसफर पोस्टिंग का जिक्र है, जिसमें खूंटी के डीसीएलआर पर पदस्थापित जितेंद्र मुंडा का ट्रांसफर डीएलएओ रांची के पद पर करने का चैट है। बहरहाल ये जानकारी प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिसरों के द्वारा पीएमएलए न्यायालय को दी गई है।
ईडी के द्वारा न्यायालय को दी गई जानकारियों में कई और बातों का जिक्र है, जिसमें साफ तौर से जमीन के फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर उसे ऊंची कीमतों पर बेचने का भी जिक्र है। इस बात की भी जानकारी प्रवर्तन निदेशालय ने न्यायालय को दी है कि अंतू तिर्की, अधिकारी अली, विपिन सिंह, प्रिय रंजन सहाय, इरशाद अंसारी और मो0 सद्दाम आदिवासी और भुइहरी जमीन के फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर उसकी खरीद-बिक्री किया करते थे। आदिवासी जमीन को औने-पौने मूल्य पर खरीदकर उससे बड़ा फायदा कमाते थे।
हेमंत सोरेन के कब्जे वाली जमीन के 4.83 एकड़ की संपत्ति से जुड़े डॉक्यूमेंट्स भी इनके पास से प्रवर्तन निदेशालय को मिले हैं। खाता नंबर पर 53, प्लॉट नंबर 31, 32, 33, 35, 36, 38, 72, और 73, मौजा वाहन से संबंधित हैं, वहीं प्रवर्तन निदेशालय ने न्यायालय को ये भी जानकारी दी है कि इन लोगों के द्वारा अपने परिवार के लिए भी संपत्ति अर्जित की गई है।