नगड़ी में प्रतिमा विसर्जन में हुए उपद्रव के अगले दिन भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात
(रांची): झारखंड की राजधानी रांची के नगड़ी में प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए विद्रोह के अगले दिन शनिवार (17 फरवरी) को पूरे क्षेत्र में भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात है। विद्रोह के विरोध में दुकान-बाजार सब बंद हैं। लोग अपने घरों से नहीं निकले, लेकिन रास्ते पर पड़े ईंट-पत्थर अब भी शुक्रवार की रात को हुई घटना को बयां कर रहे हैं।
सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई थी पत्थरबाजी
हालांकि, शनिवार को स्थिति नियंत्रण में है। शुक्रवार की रात को सरस्वती पूजा के बाद प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए टकराव के बाद दो गुटों में पत्थरबाजी हो गयी थी। इसमें दो पुलिसकर्मी और चार-पांच आम लोग घायल हो गए। विद्रोह की सूचना पाकर रांची के डीसी, एसएसपी, सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी, कई डीएसपी रात में ही मौके पर पहुंचे। वहीं, विभिन्न थानों की पुलिस के अतिरिक्त पुलिस लाइन से भी फोर्स को मौके पर भेजा गया।
दो घंटे की मशक्कत के बाद हालात पर काबू
करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद हालात पर काबू पा लिया गया। पुलिस ने आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारम्भ कर दी। साथ ही अगले आदेश तक क्षेत्र में धारा-144 लगा दी गयी। बता दें कि नगड़ी में शुक्रवार शाम करीब 7:30 बजे एक कतार में 25-30 प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए बड़ा तालाब ले जाया जा रहा था।
विसर्जन शोभायात्रा में शामिल युवकों पर हुई पत्थरबाजी
इसी दौरान एक धार्मिक स्थल के नजदीक से सबसे पीछे चल रही विसर्जन शोभायात्रा में शामिल युवकों पर एक गुट के लोगों ने पथराव कर दिया। धीरे-धीरे यह सूचना आगे की प्रतिमा के साथ गये लोगों तक पहुंची। इसके बाद जल्दी-जल्दी लोगों ने बड़ा तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन किया और लौटने लगे। तब तक दूसरे गुट के लोग भी एक स्थान एकत्र हो गये थे।
दो पुलिसकर्मी और कई अन्य को पत्थरबाजी में लगी चोट
इसके बाद दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी प्रारम्भ हो गयी। पत्थरबाजी में दो पुलिसवालों और चार-पांच आम लोगों को चोट लग गई। घटना के समय मौके पर सिर्फ़ नगड़ी पुलिस की ही टीम थी। कोई अतिरिक्त बल पहले से तैनात नहीं था। पुलिसवालों की कमी का फायदा उठाकर दोनों गुटों के विद्रोहियों ने जमकर उत्पात मचाया।
नगड़ी में सड़क पर एक किमी तक बिखरे थे ईंट-पत्थर के टुकड़े
नगड़ी मुख्य सड़क पर करीब एक किलोमीटर की दूरी तक ईंट और पत्थर के टुकड़े बिखरे थे। हालात को काबू करने के बाद पूरे क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई। डीसी-एसएसपी ने पूरे क्षेत्र में दल-बल के साथ गाड़ियों से क्षेत्र में पेट्रोलिंग की। साथ ही लाउडस्पीकर से घोषणा करके लोगों को घर से बाहर नहीं निकलने की चेतावनी दी गई।
एसपी बोले- अतिरिक्त पुलिस बल और दंडाधिकारी हैं तैनात
रांची के सीनियर पुलिस सुपरिटेंडेंट (एसएसपी) चंदन सिन्हा ने बोला कि प्रतिमा विसर्जन के दौरान विद्रोह की सूचना मिली थी। अतिरिक्त पुलिस बल को मौके पर भेजकर स्थिति को नियंत्रित किया गया। स्थिति अभी नियंत्रण में है। घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है। एहतियात के तौर पर पुलिस बल और दंडाधिकारी की तैनाती की गयी है। पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।
घटना की होगी जांच : उपायुक्त राहुल सिन्हा
रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने बोला है कि घटना की जांच कराई जाएगी। उन्होंने बोला कि घटना किन वजहों से हुई है, इसकी जांच करायी जायेगी। जांच में जो भी गुनेहगार पाए जाएंगे, उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थिति को देखते हुए विवादित क्षेत्र में धारा-144 लगा दी गई है।