झारखण्ड

बेखौफ चल रहा बालू कारोबारियों का अवैध कारोबार

कुडू कुडू थाना क्षेत्र में बालू कारोबारियों का गैरकानूनी कारोबार बेखौफ होकर चल रहा है. क्षेत्र के लिए जीवनदायिनी दक्षिण कोयल नदी का उमरी बालू घाट, सिंजो कोयल नदी बालू घाट, लावागांई कोयल नदी बालू घाट, कोलसिमरी बालू घाट, दोबा बालू घाट, जिंगी बालू, जोंजरो, नामनगर, मकरा, उडूमुडु बालू घाट, सलगी पर बालू का गैरकानूनी उत्खनन लगातार जारी है. गैरकानूनी बालू के उत्खनन से जल संकट की स्थिति भी आनें वाले गर्मी में सामने आ सकती है. बालू माफिया नदियों का सीना छलनी कर जमकर उत्खनन कर रहे हैं. दर्जनों बालू घाट से प्रतिदिन सैकडो ट्रैक्टर बालू का गैरकानूनी उत्खनन और परिवहन कर राज्य गवर्नमेंट को लाखो रुपए महीने राजस्व का हानि पहुंचा रहे है. बावजूद इसके रेत की गैरकानूनी उत्खनन और परिवहन के संबंध में क्षेत्रीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन, जिला खनन विभाग तक समाचार होने के बावजूद भी पूरा प्रशासन बेखबर बना हुआ है. नतीजा दिन के उजाले में शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्रों में गैरकानूनी बालू लदे ट्रैक्टर सरपट दौड़ रहे है. गैरकानूनी बालू की खरीद बिक्री लगभग तीन हजार रुपए प्रति ट्रैक्टर कर रहे है. अब प्रश्न यह उठ रहा है कि किसके संरक्षण में दिन दहाड़े गैरकानूनी बालू का कारोबार किया जा रहा है और क्यों क्षेत्रीय प्रशासन मौन है. हालांकि कभी-कभार छोटी-मोटी कार्रवाई कर प्रशासन अपना दामन बचाने में लगा हुआ है. वहीं बालू माफियाओं का नेटवर्क इतना मजबूत रहता है की प्रति ट्रेक्टर के आगे पीछे बाइक से लोगो को लगा कर कारोबार करते है. बालू घाट के हर मोड़, हर रास्ते पर बालू माफियाओं के लोग रेकी करते है. मुद्दे पर डीएमओ राजा राम प्रसाद ने कहा गैरकानूनी बालू निकासी की सूचना मिली है. जल्द छापामारी अभियान चलाया जाएगा. डीएमओ ने यह भी कहा कि गैरकानूनी बालू निकासी की सूचना पर छापामारी की कार्रवाई होने से पहले बालू माफिया, ट्रैक्टर चालक और ट्रैक्टर मालिक को सूचना मिल जाती है. नतीजा छापामारी के दौरान कुछ नहीं मिलता है.

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