झारखंड विधानसभा में मानसून सत्र का आगाज आज से शुरू ,कांग्रेस मणिपुर मामले पर भाजपा को घेरेगी
झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र आज से प्रारम्भ हो रहा है जिसका समाप्ति चार अगस्त को होगा । आज विधानसभा सत्र के पहले दिन गवर्नर की ओर से प्रख्यापित अध्यादेशों की प्रमाणीकृत प्रतियों को सभा में रखा जाएगा. इसके अतिरिक्त शोक प्रकाश पेश होगा.
हंगामेदार होगा सत्र सत्र के हंगामेदार होने की आसार है. विपक्ष कई मुद्दों पर गवर्नमेंट को घेरने की तैयारी है. पांचवी विधानसभा के 12वें सत्र में पहली बार विरोधी दल की ओर से नेता प्रतिपक्ष के उपस्थित रहने की आसार थी लेकिन विधायक दल की बैठक में बीजेपी अबतक नेता प्रतिपक्ष पर निर्णय नहीं ले सकी है. राज्य में कानून प्रबंध बड़ा मामला है. बीजेपी अपराध, भ्रष्टाचार, बांग्लादेशी घुसपैठ, शिक्षक नियुक्ति, खनन जैसे अहम मुद्दों पर गवर्नमेंट को घेरने की तैयारी में है.
सत्ता पक्ष औऱ विपक्ष की रणनीति तैयार
दूसरी तरफ सत्ता पक्ष ने भी बैठक में इस पर रणनीति तैयार की है कि कैसे विपक्ष के प्रश्नों को जावब देना है. गवर्नमेंट सोमवार को पहला अनुपूरक बजट पेश करेगी और मंगलवार को इसे पारित किया जाना है. मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान वन विभाग, शिक्षा विभाग, पर्यटन कला संस्कृति खेल कूद विभाग, उद्योग और खान विभाग से संबंधित प्रश्नों को रखा जायेाग जिसके उत्तर दिए जायेंगे.
4 अगस्त को सत्र होगा समाप्त
तीसरे दिन बुधवार को विधानसभा में नगर विकास, भवन निर्माण, पथ निर्माण, परिवहन, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से संबंधित प्रश्नों पर गवर्नमेंट की ओर से उत्तर मिलेगा. गुरुवार को कृषि, जल संसाधन, खाद्य आपूर्ति, स्त्री बाल विकास, कल्याण विभाग के प्रश्न उत्तर होने हैं. आखिरी दिन 4 अगस्त को श्रम विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग, राजस्व निबंधन, उत्पाद विभाग से जुड़े प्रश्नों के उत्तर दिए जाने हैं. अंतिम दिन सीएम हेमंत सोरेन का समाप्ति भाषण होगा.
कांग्रेस मणिपुर मुद्दे पर बीजेपी को घेरेगी
सत्ता और विरोधी दलों ने बैठक में विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति तैयार की है. सत्ता पक्ष की बैठक में तय किया गया कि मणिपुर की घटना को लेकर बीजेपी को घेरेंगे, दूसरी तरफ विरोधी दल कई मुद्दों पर हेमंत गवर्नमेंट को घेरने की तैयारी में है. कांग्रेस पार्टी विधायकों की संसदीय कार्यमंत्री आलमगीर आलम के आवास पर अलग से बैठक हुई। इसमें राज्य में विधि-व्यवस्था को लेकर विधायकों ने चिंता जताया गया है.