कंगाल पाकिस्तान को जब पूरी दुनिया ने दिखाया ‘ठेंगा’,फंसा चीन के शिकंजे में …
अमेरिका की एक रिपोर्ट ने दंग करने वाला खुलासा किया है। इसमें दावा किया गया है कि पाक के मीडिया पर चीन नियंत्रण करना चाहता है। इसके लिए चीन अंतर्राष्ट्रीय अभियानों का एक जाल तैयार कर रहा है जो पाक समेत चीन के अन्य सहयोगी राष्ट्रों में मीडिया नैरेटिव को अपने पक्ष में करना चाहता है। चीन, रूस के साथ सूचना क्षेत्र में मिलकर काम कर रहा है ताकि अपने पक्ष में पूरे विश्व में माहौल बनाया जा सके और निंदा का मुकाबला किया जा सके। इसके लिए पाक को विश्वास में लेकर चीन-पाकिस्तान मीडिया कॉरिडोर को लॉन्च किया जाएगा।
आलोचना से निपटने के लिए चीन का प्लान
पाकिस्तान में चीन की महत्वकांक्षी परियोजना सीपेक (CPEC) को लेकर भी अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में काफी निंदा होती है। अब चीन ने सीपेक मीडिया फोरम के जरिए इन कथित दुष्प्रचारों का मुकाबला करने का निर्णय किया है। इसके लिए चीन और पाक ने मिलकर सीपेक रैपिड रेस्पॉन्स इंफोर्मेशन नेटवर्क अभियान की आरंभ की है। इसके अनुसार जल्द ही चीन-पाकिस्तान मीडिया कॉरिडोर को लॉन्च किया जाएगा।
साल 2021 में चीन और पाक के बीच इस मामले पर वार्ता भी हुई थी। इसके अनुसार दोनों राष्ट्रों ने मिलकर एक ‘नर्व सेंटर’ बनाने पर चर्चा की थी, जो पाकिस्तानी मीडिया में चल रहीं खबरों को नियंत्रित करेगा। रिपोर्ट में बोला गया है कि चीन की गवर्नमेंट अपने पक्ष में सकारात्मक माहौल बनाने के लिए पूरे विश्व में अरबों $ खर्च कर रही है। साथ ही निंदा करने वाली खबरों जैसे ताइवान, मानवाधिकार, दक्षिण चीन सागर और घरेलू अर्थव्यवस्था संबंधित नकारात्मक खबरों को दबाने का कोशिश किया जा रहा है।
उर्दू में अनुवाद किया जाएगा खबरों का
अमेरिकी रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दोनों राष्ट्र संयुक्त रूप से कथित अफवाहों के खंडन और पक्ष की खबरों के प्रचार के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार करने पर भी चर्चा कर रहे हैं। साथ ही अहम खबरों का उर्दू में अनुवाद किया जाएगा ताकि लोगों के विचारों को अपने पक्ष में किया जाए।