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इजरायल-फिलिस्तीन विवाद में हमास का क्या मकसद है,जानिए सब कुछ

बर्बर आतंकवादी संगठन हमास के लड़ाकों को इससे कोई मतलब नहीं है कि युद्ध के नतीजे कितने भयावह हो सकते है उसने इजराइल पर धावा बोल दिया है, जिसमें अभी तक 700 से अधिक लोगों की मृत्यु हो गई है इंटरनेट पर कई ऐसे वीडियो वायरल हुए हैं जिनमें हमास के आतंकवादी अपनी बर्बरता से दुनिया को दहलाते दिखाई दे रहे हैं शनिवार, 7 अक्टूबर 2023 की सुबह हमास (Hamas) ने इजरायल (Israel) पर धावा किया, तत्पश्चात, दोनों गुटों के बीच फिर से टकराव आरम्भ हो गया है दोनों ओर से हथियार चलाए जा रहे हैं तथा नागरिकों की मौतें हो रही हैं रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल के विरुद्ध हमास ने अब तक सबसे बड़ा धावा किया है हमले के पश्चात् इजरायल के द्वारा कब्जे में लिए गए क्षेत्रों में भी हमास के कुछ लड़ाकू घुसे हमास की ओर से बोला गया कि हम इस बात की घोषणा करना चाहते हैं कि “अब बहुत हुआ” ऐसे में आइए जानते हैं कि हमास क्या है, इसकी स्थापना कब हुई, इसका नेतृत्व कौन करता है, हमास से जुड़े नेता कहां रहते हैं और इजरायल-फिलिस्तीन टकराव में हमास का क्या मकसद है?

Hamas (हमास) क्या है?
हमास (Hamas) का पूरा नाम हरकत अल-मुकावामा अल-इस्लामिया (Harakat al-Muqawama al-Islamiya) यानी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन है हमास एक आंदोलन तथा फिलिस्तीनी क्षेत्र के दो प्रमुख सियासी दलों में से एक है यह फिलिस्तीन में रहने वाले सुन्नी-इस्लामिक लड़ाकुओं का एक ऐसा ग्रुप है, जो इजरायल द्वारा कब्जा किए गए अपने क्षेत्रों को हासिल करने के लिए जंग लड़ रहा है इसे एक राष्ट्रवादी संगठन के तौर पर भी देखा जाता है हमास का मकसद इजरायल को हराकर अपने उन क्षेत्रों पर कब्जा करना है, जो इजरायल ने उससे सालों पहले हुई जंग के चलते छीन लिए थे इन जंगों में दोनों ओर हजारों रॉकेट दागे जा चुके हैं इजरायल ने हमास पर बार-बार हवाई हमले किए हैं, तथा मिस्र के साथ मिलकर अपनी सुरक्षा के लिए 2007 से गाजा पट्टी पर नाकाबंदी लगा दिया हमास, गाजा पट्टी (Gaza Strip) में दो मिलियन से अधिक फिलिस्तीनियों पर शासन करता है, किन्तु यह समूह इजरायल के प्रति अपने सशस्त्र प्रतिरोध के लिए जाना जाता है अमेरिका, ब्रिटेन समेत दर्जनों राष्ट्रों ने हमास को एक ‘आतंकवादी संगठन’ का नाम भी दे रखा है वर्ष 1997 में अमेरिका ने हमास को एक विदेशी आतंकी संगठन घोषित किया शनिवार (7 अक्टूबर) को इजरायल पर हमास के हमले के पश्चात् हिंदुस्तान के पीएम नरेंद्र मोदी ने भी इसको एक ‘आतंकवादी हमला’ करार दिया

Hamas (हमास) को किसने आरम्भ किया था?
हमास की स्थापना फिलिस्तीनी मौलवी शेख अहमद यासीन (Sheikh Ahmed Yassin) ने की थी, जो अपनी आरम्भिक जीवन काहिरा (Cairo) में इस्लामिक पढ़ाई-लिखाई करने के पश्चात् मुसलमान ब्रदरहुड (Muslim Brotherhood) की क्षेत्रीय शाखाओं में एक एक्टिविस्ट बन गए 1960 के दशक में मौलवी शेख अहमद यासीन ने वेस्ट बैंक एवं गाजा में उपदेश दिया और इस्लाम से जुड़े धार्मिक काम किए साल 1967 में हुए 6 दिन की जंग के पश्चात् इजरायल ने वेस्ट बैंक और गाजा पर कब्जा कर लिया वेस्ट बैंक, गाजा और पूर्वी यरुशलम पर इजरायल के कब्जे के विरुद्ध मौलवी शेख अहमद यासीन ने दिसंबर 1987 में गाजा में ब्रदरहुड की सियासी शाखा के तौर पर हमास की स्थापना की उस समय हमास का इरादा फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद (PIJ) का मुकाबला करना था PIJ एक ऐसा संगठन है, जिसने फिलिस्तीनियों के समर्थन को ब्रदरहुड से दूर करने की धमकी दी थी साल 1988 में, हमास ने अपना चार्टर पब्लिश किया, जिसमें इजरायल के विनाश तथा ऐतिहासिक फिलिस्तीन में एक इस्लामी समाज की स्थापना का आह्वान किया गया हमास ने अपने इस चार्टर में मौजूदा समय के इजरायल को इस्लामी भूमि (Islamic Land) बताता है तथा यह यहूदी राज्य के साथ किसी भी स्थायी शांति को खारिज करता है इजरायली सेना ने 2004 में हमास के संस्थापक यासीन का क़त्ल कर दिया

हमास के संस्थापक यासीन
हमास ने 2017 में एक नया डॉक्यूमेंट पब्लिश किया, जिसमें छह-दिवसीय युद्ध से पहले स्थापित “ग्रीन लाइन” सरहद पर एक अंतरिम फिलिस्तीनी राज्य को स्वीकार किया गया था, किन्तु इस बार भी इजरायल को मान्यता देने से इंकार कर दिया गया इस डॉक्यूमेंट में इस बात पर भी बल दिया गया है कि हमास का संघर्ष यहूदियों से नहीं बल्कि “कब्जा करने वाले जायोनी हमलावरों” से है इजरायल ने बोला कि हमास दुनिया को बेवकूफ बनाने का कोशिश कर रहा है

Hamas (हमास) का नेतृत्व कौन करता है, इसके नेता कौन हैं और ये कहां रहते हैं?
हमास के पास नेतृत्व के लिए कई बॉडीज हैं, जो कई प्रकार के राजनीतिक, सेना तथा सामाजिक कार्य करते हैं हमास की जनरल पॉलिसी एक कंसल्टेटिव बॉडी के द्वारा तय की जाती है, जिसे अक्सर Politburo बोला जाता है क्षेत्रीय समितियां गाजा तथा वेस्ट बैंक में जमीनी स्तर के मुद्दों का मैनेजमेंट करती हैं

इस्माइल हनियेह (Ismail Haniyeh)
मौजूदा समय में हमास के सियासी प्रमुख इस्माइल हनियेह (Ismail Haniyeh) हैं उन्होंने 2017 में लंबे समय से नेता खालिद मेशाल की स्थान ली थी रिपोर्ट के अनुसार, इस्माइल हनियेह 2020 से कतर की राजधानी दोहा से हमास के लिए काम कर रहे हैं क्योंकि गाजा के अंदर तथा बाहर मिस्र उनके आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया हुआ है साल 2011 में जब फिलिस्तीनी शरणार्थियों ने सीरिया के गृहयुद्ध से पहले उपद्रव में हिस्सा लिया था, तब से हमास के नेताओं ने अपने बीते मेजबान सीरिया के साथ अनबन के पश्चात् कतर में अपनी उपस्थिति स्थापित की कथित तौर पर हमास के कुछ सीनियर लोग तुर्की में समूह के कार्यालयों से काम करते हैं

याह्या सिनवार (Yahya Sinwar)
गाजा में दिन-प्रतिदिन के मामलों की देखरेख हमास के नेता याह्या सिनवार (Yahya Sinwar) करते हैं, जो पहले हमास की सेना शाखा का नेतृत्व करते थे याह्या, दो इजरायली सैनिकों के किडनैपिंग और मर्डर का षड्यंत्र रचने के लिए इजरायली कारावास में 22 साल की सजा काट चुके हैं वह 2011 में हमास द्वारा पकड़े गए एक इजरायली सैनिक के बदले में मुक्त किए गए एक हजार से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों में से एक थे

मारवान इस्सा और मोहम्मद दीफ (Marwan Issa and Mohammed Deif)
हमास की सेना शाखा, इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम ब्रिगेड (Izz ad-Din al-Qassam Brigades) की कमान मारवान इस्सा तथा मोहम्मद दीफ संभालते हैं इजरायली सेना ने 2002 के हवाई हमले में मिलिशिया के संस्थापक राय शेहादेह का क़त्ल कर दिया था

सालेह अल-अरौरी (Saleh al-Arouri)
कथित तौर पर सालेह अल-अरौरी, हमास की लेबनान शाखा के प्रमुख हैं उन्होंने 2021 में हुए आंतरिक चुनावों के पश्चात् ग्रुप के वेस्ट बैंक का नेतृत्व भी संभाला

मेशाल (Meshaal) और सलामेह कटावी (Salameh Katawi)
हमास के नेता मेशाल (Meshaal) को प्रवासी कार्यालय का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था तथा सलामेह कटावी (Salameh Katawi) को कैद किए गए हमास सदस्यों के मामलों का प्रबंधन करने के लिए चुना गया था

Hamas (हमास) को कहां से मिलती है वित्तीय और सेना मदद?
अमेरिका द्वारा हमास को ‘आतंकवादी संगठन’ नामित किए जाने के पश्चात् इसे आधिकारिक सहायता से महरूम कर दिया गया मौजूदा समय में ईरान, हमास के सबसे बड़े मददगारों में से एक है ईरान, हमास को धन, हथियार तथा प्रशिक्षण में सहयोग दे रहा है हालांकि सीरिया के गृहयुद्ध में विरोधी पक्षों का समर्थन करने के पश्चात् ईरान और हमास थोड़े समय के लिए अलग हो गए थे मगर मौजूदा समय में ईरान हमास, पीआईजे (Palestinian Islamic Jihad) तथा अमेरिका द्वारा आतंकी संगठनों के रूप में नामित अन्य फिलिस्तीनी समूहों को सालाना तकरीबन 100 मिलियन $ की सहायता देता है साल 2018 में अमेरिका ने ईरान परमाणु समझौते से हटने के पश्चात् लगाए गए प्रतिबंधों के साथ तेहरान की अपने विदेशी हिस्सेदारों को वित्त पोषित करने की क्षमता को बाधित कर दिया है साल 2002 में रेसेप तैयप एर्दोगन के सत्ता में आने के बाद तुर्की हमास का एक और कट्टर समर्थक और इजरायल का आलोचक रहा है हालांकि अंकारा इस बात पर बल देता है कि वह केवल सियासी रूप से हमास का समर्थन करता है तुर्की पर भी हमास को वित्त पोषित करने का इल्जाम लगाया गया है

गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक क्या है?
गाजा पट्टी और वेस्ट बैंक दोनों फिलिस्तीनी के क्षेत्र हैं, जो मैंडेट फिलिस्तीन (Mandatory Palestine) का भाग थे 1967 में 6 दिन की जंग के चलते इजरायल ने इस पर कब्जा कर लिया था दोनों क्षेत्रों में मिलाकर देखें तो इसमें 5 मिलियन से अधिक फिलिस्तीनी रहते हैं गाजा पट्टी 140 वर्ग मील जमीन है, जो भूमध्य सागर के किनारे के साथ इजरायल के दक्षिण-पश्चिम कोने में स्थित है इसकी सरहद दक्षिण दिशा में मिस्र से भी लगती है वेस्ट बैंक मौजूदा समय में इजरायल के अंदर स्थित एक क्षेत्र है, मगर यह 2,173 वर्ग मील की गाजा पट्टी से बहुत बड़ा है वेस्ट बैंक, इजरायल की पूर्वी सीमा पर जॉर्डन नदी (Jordan River) के पश्चिमी किनारे एवं अधिकांश मृत सागर (Dead Sea) तक फैला हुआ है इस कारण ही इसका नाम वेस्ट बैंक पड़ा यरूशलेम के पवित्र शहर को तरराष्ट्रीय कानून द्वारा वेस्ट बैंक का हिस्सा माना जाता है पूर्वी यरूशलेम पर इजरायल एवं फिलिस्तीन दोनों के द्वारा राजधानी के रूप में दावा किया जाता है गाजा पट्टी एवं वेस्ट बैंक के इलाकों पर इजरायल के एक राष्ट्र बनने से पहले सैकड़ों सालों अधिक समय से संघर्ष चल रहा है इस क्षेत्र में रहने वाले फिलिस्तीनी इजरायली प्रतिबंधों के अधीन हैं, जो अक्सर भोजन, पानी और आपूर्ति के लिए सहायता पर निर्भर होते हैं

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