हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष में सबसे ज्यादा आम इंसान को बनाया निशाना
हमास और इज़राइल के बीच संघर्ष में सबसे अधिक आम आदमी को निशाना बनाया जा रहा है। इज़राइल और हमाज की जंग में अब तक 1900 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। हमास के लडाकों ने जिस तरह से इजराइल में इन्सानियत को शर्मशार किया है इसकी दस्ता बचकर निकलने वाले बयां कर रहे हैं। हमास के आतंकियों ने एक स्त्री की मर्डर को उसके निजी फेसबुक एकाउंट पर लाइव-स्ट्रीम किया। इस घटना की कहानी उसकी पोती ने सुनाई। एक वीडियो सामने आया है जिसमें स्त्री की पोती मे युद्ध में हो रहे नरसंहार के बारे में कहा है।
महिला की मर्डर को फेसबुक पर किया गया लाइव-स्ट्रीम
इज़राइल पर अपने हमले को जारी रखते हुए, हमास के आतंकियों ने एक स्त्री की उसके घर पर मर्डर कर दी और पूरे कृत्य को उसके निजी फेसबुक एकाउंट के माध्यम से लाइव-स्ट्रीम किया। यह घटना तब सामने आई जब स्त्री की पोती ने बोला कि उसने स्त्री के सोशल मीडिया पर वीडियो देखा था। Visegrad24 के लिए एक वीडियो में लड़की ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बोला कि उसकी चाची ने उसकी मां को टेलीफोन किया था और उसे फेसबुक खोलने के लिए बोला था।
गमगीन लड़की ने बोला “मैंने इसे अपने टेलीफोन से खोला और मैंने सबसे बुरा देखा जिसकी आप कल्पना कर सकते हैं। मेरी दादी की उनके घर के फर्श पर मर्डर कर दी गई थी। पूरा फर्श खून से लथपथ था।” उन्होंने कहा, “आतंकवादी ने उसका निजी टेलीफोन ले लिया, उसका वीडियो बनाया और उसे उसकी निजी फेसबुक वॉल पर अपलोड कर दिया।”
इस बीच, इज़राइल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले बढ़ा दिए और हमास आतंकियों की खूनी घुसपैठ के प्रतिशोध में इसे भोजन, ईंधन और अन्य आपूर्ति बंद कर दी, क्योंकि युद्ध में दोनों तरफ से मरने वालों की संख्या 1,600 से अधिक हो गई। हमास ने भी संघर्ष को बढ़ा दिया और बिना किसी चेतावनी के नागरिकों को निशाना बनाने पर पकड़े गए इजरायलियों को मारने की प्रतिज्ञा की। इज़राइल ने बोला कि उसे अभी भी दक्षिणी इज़राइली शहरों में हमास के आश्चर्यजनक सप्ताहांत हमले के बाद मृतशरीर मिल रहे हैं।
बंदूकधारियों के साथ लंबे समय तक बंधक गतिरोध के बाद बचाव कर्मियों को बीरी के छोटे कृषक समुदाय में 100 मृतशरीर मिले – इसकी जनसंख्या का लगभग 10 फीसदी है।गाजा में लगातार हवाई हमलों के कारण इमारतें जमींदोज हो गईं और हजारों लोग अपने घर छोड़कर भाग गए।
इज़राइल और हमास के बीच पिछले सालों में बार-बार संघर्ष हुआ है, जो अक्सर यरूशलेम के पवित्र स्थल के आसपास तनाव के कारण होता है। इस बार तो मुद्दा और भी विस्फोटक हो गया है। दोनों पक्ष मरणासन्न शांति प्रक्रिया द्वारा सालों से चले आ रहे इजरायल-फिलिस्तीनी गतिरोध को अत्याचार से तोड़ने की बात करते हैं।