कनाडा में बढ़ती महंगाई और महंगे आवास के मुद्दे ने पीएम जस्टिन ट्रूडो की बढाई मुश्किलें
कनाडा में बढ़ती महंगाई और महंगे आवास के मामले ने पीएम जस्टिन ट्रूडो की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कनाडा के एक सर्वे में दावा किया गया है कि यदि राष्ट्र में अभी चुनाव हुआ तो जस्टिन ट्रूडो चुनाव हार जाएंगे। सर्वे के बाद पीएम ट्रूडो से उनके इस्तीफे के बारे में पूछा गया। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने बुधवार को त्याग-पत्र देने से इनकार कर दिया।
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो ने प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘चुनाव में अभी दो वर्ष बाकी हैं, मैं पीएम के तौर पर काम करता रहूंगा। यहां बहुत सारे जरूरी कार्य किये जाने हैं। जब काम की बात आती है तो मैं अथक और उत्साही रहता हूं।
इसे लेकर विपक्षी नेता लगातार उनसे प्रश्न पूछ रहे हैं। लिबरल समूह के नेताओं ने कनाडाई मीडिया से कम्पलेन की है कि जस्टिन ट्रूडो गवर्नमेंट के पास मुद्रास्फीति से निपटने की कोई योजना नहीं है। हालांकि, ट्रूडो ने माना है कि राष्ट्र में उथल-पुथल मची हुई है और लोग महंगाई से त्रस्त हैं। उन्होंने कहा, ‘पूरे राष्ट्र में उथल-पुथल का माहौल है। बढ़ती महंगाई के कारण हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पीएम ट्रूडो ने बोला कि वह राष्ट्र की समस्याओं से निपटने के बारे में अगले सप्ताह संसद में बात करेंगे।
क्या पीएम ट्रूडो हिंदुस्तान आए?
पीएम जस्टिन ट्रूडो पिछले सप्ताह जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए हिंदुस्तान पहुंचे थे। यहां उन्होंने पीएम मोदी से द्विपक्षीय वार्ता भी की। इस दौरान प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्रूडो के सामने खालिस्तान का मामला भी उठाया।
द्विपक्षीय वार्ता के बाद खालिस्तान और विदेशी हस्तक्षेप के मामले पर कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने कहा, ”हमने इन दोनों मुद्दों पर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ कई बार वार्ता की है। कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंतरात्मा की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा।” विरोध।” यह हमारे लिए बहुत जरूरी है।”
क्या हिंदुस्तान से लौटते समय क्रैश हुआ विमान?
जी20 शिखर सम्मेलन के समाप्ति के बाद कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो का विमान खराब हो गया, जिससे उन्हें एक दिन के लिए हिंदुस्तान में रुकना पड़ा। हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदुस्तान गवर्नमेंट ने पीएम ट्रूडो को भारतीय विमान के इस्तेमाल की पेशकश की, लेकिन कनाडा ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।