अंतर्राष्ट्रीय

रामायण को लेकर श्रीलंका के मंत्री ने बताई ये अद्भुत बात

भारत में पवित्र श्री रामायण ग्रंथ का क्या महत्व है, यह किसी से बताने की आवश्यकता नहीं है मगर श्रीलंका में रामायण को लेकर लोगों के दिल और मन में क्या श्रद्धा है, शायद इस बारे में आप नहीं जानते होंगे श्रीलंका के मंत्री जीवन थोंडामन ने शुक्रवार को इस बारे में अद्भुद जानकारी दी है उन्होंने बोला कि रामायण श्रीलंका और हिंदुस्तान की साझा सांस्कृतिक विरासत है और इससे दोनों राष्ट्रों की सांस्कृतिक चेतना और संबंधों को मजबूत बनाने में सहायता मिलती है श्रीलंका के मंत्री ने बोला कि हिंदुस्तान और श्रीलंका के संबंध बेहतरीन स्थिति में पहुंच गए हैं

बता दें कि थोंडामन ने यहां ‘नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट’ (एनजीएमए) में दो महीने तक आयोजित होने वाली प्रदर्शनी ‘चित्रकाव्यम रामायणम’ के उद्घाटन के दौरान यह बात कही श्रीलंका के जलापूर्ति और संपदा अवसंरचना विकास मंत्री थोंडामन ने अपने संबोधन में कहा,‘‘लोगों के बीच संपर्क हमारे सभ्यतागत और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करता है रामायण को लेकर वही सम्मान श्रीलंकाइयों के भी दिल में है, जो हिंदुस्तानियों के है

रामायण हिंदुस्तान और श्रीलंका की है सांस्कृतिक गाथा

थोंडामन ने प्रदर्शनी का उल्लेख करते हुए कहा,‘‘ इन असाधारण दृश्यों को देखकर कोई भी समझ सकता है कि कैसे रामायण श्रीलंका और हिंदुस्तान दोनों के लिए एक साझा सांस्कृतिक कथा है, साझा सांस्कृतिक चेतना में सहयोग देती है और संबंधों को मजबूत बनाने में सहायता करती है’’ इस दौरान उन्होंने हल्के-फुल्के अंदाज में रावण के चरित्र पर भी चर्चा की और कहा कि हिंदुस्तान में जनमानस के बीच रावण की जो छवि है उनके राष्ट्र में लोग उसे वैसा नहीं देखते उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी तरफ रावण को एक कुशल प्रशासक माना जाता है और यहां तक कि संत वाल्मीकि की रामायण मेंरणभूमि में रावण के मरणासन्न होने पर ईश्वर राम उनके पास बैठे और उनसे प्रशासन एवं नेतृत्व के गुर लिए’ ​

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