आतंकवादी दाऊद इब्राहिम को किसी ने दे दिया जहर,पाकिस्तान में बैठे भारत के दुश्मनों का कौन कर रहा खात्मा…
पाकिस्तान दाऊद इब्राहिम: खबरें हैं कि पाक में छिपे हिंदुस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम को जहर दे दिया गया है। पाकिस्तानी पत्रकार आरजू काजमी समेत कई लोगों ने बोला है कि अब सोशल मीडिया पर एक अहम समाचार चल रही है और बोला जा रहा है कि पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियादाद के सम्बन्धी भारतीय नागरिक दाउद इब्राहिम को किसी ने जहर दे दिया है। अभी दाऊद की हालत नाजुक बताई जा रही है। उसे गंभीर हालत में हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने यह भी बोला कि इस समाचार के सामने आते ही पाक में ट्विटर, यूट्यूब और गूगल सेवाएं भी बंद हो गई हैं। कोई भी संवाद नहीं कर सकता। कोई समाचार नहीं दे सकता। हालांकि, अभी तक इस समाचार की पुष्टि नहीं हुई है। हिंदुस्तान के हर शख्स के मन में यही प्रश्न उठ रहा है कि आखिर इन दिनों पाक में बैठे हिंदुस्तान के दुश्मनों का खात्मा कौन कर रहा है? 67 वर्ष के दाऊद पर हिंदुस्तान में कई मुद्दे हैं, जिनसे बचने के लिए वह कई वर्षों से कराची में रह रहा है।
कहीं ISI की षड्यंत्र तो नहीं?
दरअसल, पिछले दो वर्षों में पाक की हालत पर नजर डालें तो पता चलता है कि उसकी हालत काफी खराब हो गई है। दुनिया से फंडिंग कम हो गई है। राष्ट्र की बदनामी के साथ महंगाई भी बढ़ी है। सरकारी खजाना खाली है। इन सबका कारण पाक की आतंकियों के प्रति सहानुभूति है। अब इस सफाए की एक बड़ी वजह यह भी मानी जा रही है कि पाक के हुक्मरानों, खासकर आईएसआई को यह एहसास हो गया है कि यदि राष्ट्र को बचाना है तो उन्हें अपने खून से सने हाथ धोने होंगे। हमें आतंकियों से छुटकारा पाना है। आतंक की नर्सरी को अपनी ही धरती से मिटाना है। लड़ाई की आड़ में बड़े आतंकवादियों का सफाया किया जा रहा है, क्योंकि जब आतंकवादियों का कोई नेता नहीं होगा तो पूरा आतंकवादी समूह अपने आप तितर-बितर हो जाएगा।
एक वर्ष पहले पाक चार वर्ष बाद FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आया था। इससे पहले इसे 2008 में इस सूची में शामिल किया गया था। पाक को पिछले वर्ष राहत मिली थी क्योंकि उसकी नेशनल असेंबली ने मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग पर रोक लगाने के लिए एक विधेयक पारित किया था। इसके बाद पाक की अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए दुनिया से निवेश की आशा बढ़ गई। तरराष्ट्रीय कंपनियाँ झिझक रही थीं लेकिन अब उन्हें लगता है कि वे पाक पर भरोसा कर सकते हैं। फिर पिछले एक वर्ष में पाक में एक के बाद एक कई आतंकवादी मारे गए।
किसी अन्य कारण से मर्डर का लक्ष्य!
इस वर्ष अब तक पाक में एक दर्जन से अधिक आतंकवादी मारे जा चुके हैं। दिसंबर की आरंभ में कराची में लश्कर आतंकवादी और उधमपुर में सीमा सुरक्षा बल काफिले पर हमले का मास्टरमाइंड अदनान अहमद उर्फ हंजला मारा गया। पता चला कि अज्ञात हमलावरों ने गोलियों से छलनी कर दिया है। उसे 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी कहा जाता था।
इससे एक दिन पहले बोला गया था कि मुंबई हमले की षड्यंत्र रचने वाले लश्कर आतंकवादी साजिद मीर को पाकिस्तानी कारावास में जहर दे दिया गया था। उससे कुछ महीने पहले ही पाक में खालिस्तानी आतंकवादी परमजीत सिंह पंजवड़, अजाज अहमद, बशीर अहमद पीर, मुफ्ती कैसर फारूक जैसे कई आतंकवादी मारे गए थे। उन सभी में एक बात समान थी कि अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीबारी की थी। ऐसे में प्रश्न उठता है कि आखिर कौन से आतंकवादी संगठन आपस में लड़ रहे हैं। वर्चस्व की लड़ाई पहले भी देखी गई थी। क्या इस पड़ोसी अफगानिस्तान में तालिबान गवर्नमेंट का कोई असर नहीं है या पाक में कोई बड़ा आतंकी संगठन जन्म ले रहा है?
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस वर्ष पाक में 20 हाई प्रोफाइल आतंकवादी मारे गए हैं। ऐसे में प्रश्न खड़ा हो गया कि पाक की धरती पर हिंदुस्तान के दुश्मनों का सफाया कौन कर रहा है। कुछ समय पहले यह संभावना जताई गई थी कि कहीं यह आईएसआई की षड्यंत्र तो नहीं है और अगला निशाना दाऊद इब्राहिम होगा? पिछले कुछ घंटों से सोशल मीडिया पर यह अटकलें चल रही हैं कि दाऊद को जहर दिया गया है।
दाऊद इब्राहिम के स्वास्थ्य पर नवीनतम अपडेट
1. दाऊद इब्राहिम की तबीयत खराब है। सोमवार सुबह ताजा अपडेट के मुताबिक, वह कराची के एक हॉस्पिटल में हैं।
2 ऐसी अटकलें हैं कि किसी ने उन्हें जहर दिया है। हालाँकि, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।
3. वह दो दिन से हॉस्पिटल में हैं यानी शनिवार रात उनकी तबीयत बिगड़ गई। हॉस्पिटल के अंदर कड़ी सुरक्षा है।
4. जिस हॉस्पिटल में दाऊद है उस फ्लोर पर कोई दूसरा रोगी नहीं है। डॉक्टरों के अतिरिक्त सिर्फ़ उनके परिवार के सदस्यों को ही वहां जाने की अनुमति है।