अंतर्राष्ट्रीय

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन ने कर दिया ये बड़ा ऐलान

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने एक बड़ा घोषणा किया है पुतिन के इस घोषणा से यूक्रेन से लेकर अमेरिका और नाटो राष्ट्रों में हड़कंप मची है दरअसल रूस में राष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है यदि पुतिन फिर से राष्ट्रपति चुने जाते हैं तो यह यूक्रेन समेत, अमेरिका और नाटों राष्ट्रों के लिए सबसे बुरी समाचार होगी यूक्रेन और पश्चिमी राष्ट्र नहीं चाहते कि पुतिन के हाथों में दोबारा रूस की सत्ता आए मगर इसी बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि वह राष्ट्र के शीर्ष पद के लिए 2024 में होने वाला अगला चुनाव भी लड़ेंगे पुतिन के इस घोषणा ने यूक्रेन और यूरोपीय राष्ट्रों की नींद उड़ा दी है

रूस की सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी पुतिन ने इस घोषणा से छह वर्ष के एक और कार्यकाल के लिए अपनी ख़्वाहिश जाहिर कर दी है, जिसमें उनका जीतना तय बताया जा रहा है लगभग एक चौथाई सदी तक सत्ता में रहने के बाद और यूक्रेन युद्ध के काफी महंगा साबित होने के बावजूद पुतिन को अभी भी व्यापक समर्थन प्राप्त है यूक्रेन युद्ध में रूस के भी हजारों लोग मारे गए हैं और इसकी वजह से रूस के भीतर बार-बार हमले हुए हैं तथा एक धावा क्रेमलिन पर भी हुआ जून में येवगेनी प्रिगोझिन द्वारा किए गए अल्पकालिक उपद्रव से व्यापक अटकलें लगने लगी थीं कि पुतिन अपनी पकड़ खो सकते हैं, लेकिन वह स्थिति पर नियंत्रण पाने में सफल रहे

रूस में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव की तारीख का ऐलाान हो गया है जानकारी के मुताबिक रूस के सांसदों ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए पांचवीं बार चुनाव लड़ने का मार्ग प्रशस्त करते हुए राष्ट्र में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव कराने की तारीख 17 मार्च 2024 तय की 2020 के कानूनी संशोधन के बाद ये पहला चुनाव होगा, जिसमें दो राष्ट्रपति पद की सीमा तय की गई है, लेकिन पूर्वव्यापी रूप से नहीं, इस तरह पुतिन को 2024 और यहां तक कि 2030 में भी चुनाव लड़ने की अनुमति मिलेगी

1999 में बने थे रूस के राष्ट्रपति

पुतिन पहली बार 1999 में रूस के राष्ट्रपति बने थे उन्होंने बोरिस येल्तिसन के बाद यह पद संभाला था पुतिन दरअसल जोसेफ स्टालिन के बाद किसी अन्य रूसी शासक की तुलना में लंबे समय तक राष्ट्र के राष्ट्रपति पद पर रहे हैं इससे पहले लियोनिड ब्रेजनेव 18 वर्षों तक रूस के राष्ट्रपति रहे थे, लेकिन पुतिन ने उन्हें भी पीछे छोड़ दिया पुतिन 7 अक्टूबर को ही 71 वर्ष के हुए थे

खुफिया जा​सूस भी रह चुके हैं पुतिन

7 अक्टूबर 1952 को सोवियत संघ के लेनिनग्राड में व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन और मारिया इवानोवना के घर व्लादिमीर पुतिन का जन्म हुआ वो अपने माता-पिता की तीसरी संतान थे उनके दो बड़े भाइयों की बचपन में ही रोग से मृत्यु हो गई थी यही पुतिन आगे जाकर खुफिया एजेंसी केजीबी के जासूस बने और फिर रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने घोषणा की है कि चुनाव के औपचारिक घोषणा होने के बाद वह तय करेंगे कि वह अपने पांचवें कार्यकाल के लिए चुनाव लड़ेंगे या नहीं-हालांकि सूत्रों से संकेत मिलता है कि वह चुनाव लड़ेंगे उनके पहले राष्ट्रपति कार्यकाल (2000-08) के अंत में उनके चुने गए उत्तराधिकारी दिमित्री मेदवेदेव थे

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