PM मोदी ने की Canada के पीएम जस्टिन ट्रूडो को खालिस्तानियों के मुद्दे पर लगाई फटकार
कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ पीएम मोदी ने मुलाकात की है। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच चरमबंथी तत्वों को हिंदुस्तान विरोधी गतिविधियों के बारे में हिंदुस्तान की कड़ी चिंताओं से अवगत कराया गया है। ये गतिविधियां अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है। इसके कारण ही राजनयिकों के विरुद्ध अत्याचार भी भड़क रही है।
कनाडा में खालिस्तानी मूवमेंट के संबंध में पीएम मोदी ने रविवार को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच कनाडा में खालिस्तानी उग्रवाद का मामला प्रमुखता से चर्चा किया गया। प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने कनाडा में चरमपंथी तत्वों की हिंदुस्तान विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के बारे में कड़ी चिंता व्यक्त की। कनाडा में हिंदुस्तान विरोधी ताकतों पर नकेल कसने की बात को मजबूती से रखा है।
गौरतलब है कि 10 सितंबर को कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो के साथ पीएम मोदी ने मुलाकात की है। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच चरमबंथी तत्वों को हिंदुस्तान विरोधी गतिविधियों के बारे में हिंदुस्तान की कड़ी चिंताओं से अवगत कराया गया है। ये गतिविधियां अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है। इसके कारण ही राजनयिकों के विरुद्ध अत्याचार भी भड़क रही है। कनाडा में भारतीय समुदाय को धमकियां भी मिल रही है।
विदेश मंत्रालय ने बोला कि जी20 शिखर सम्मेलन से इतर ट्रूडो के साथ वार्ता में मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि भारत-कनाडा संबंधों की प्रगति के लिए ‘‘परस्पर सम्मान और विश्वास’’ पर आधारित संबंध जरूरी है। मंत्रालय ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत-कनाडा संबंध साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, कानून के शासन के प्रति सम्मान और दोनों राष्ट्रों की जनता के बीच मजबूत संबंधों पर आधारित हैं।’’
मंत्रालय ने कहा, ‘‘उन्होंने कनाडा में चरमपंथी तत्वों की हिंदुस्तान विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के बारे में हमारी कड़ी चिंताओं से अवगत कराया। वे अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और भारतीय राजनयिकों के विरुद्ध अत्याचार भड़का रहे हैं, राजनयिक परिसरों में तोड़फोड़ कर रहे हैं और कनाडा में भारतीय समुदाय और उनके पूजा स्थलों को धमकी दे रहे हैं।’’
विदेश मंत्रालय ने एक बयान में बोला कि संगठित अपराध, नशीला पदार्थ रैकेट और मानव स्मग्लिंग के साथ ऐसी ताकतों का गठजोड़ कनाडा के लिए भी चिंता का विषय होना चाहिए। मंत्रालय ने बोला कि ऐसे खतरों से निपटने के लिए दोनों राष्ट्रों के लिए योगदान करना महत्वपूर्ण है। कनाडा में खालिस्तानी तत्वों की बढ़ती गतिविधियों पर हिंदुस्तान की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर ट्रूडो ने संवाददाता सम्मेलन में बोला कि उनका राष्ट्र शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की स्वतंत्रता की हमेशा रक्षा करेगा, लेकिन साथ ही अत्याचार को रोकेगा और नफरत का हमेशा विरोध करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘कनाडा हमेशा अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, अंत:करण की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की स्वतंत्रता की रक्षा करेगा और यह हमारे लिए बहुत जरूरी है।’’ ट्रूडो ने कहा, ‘‘साथ ही, हम अत्याचार को रोकने और नफरत का विरोध करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। मुझे लगता है कि यह याद रखना जरूरी है कि कुछ लोगों की हरकतें पूरे समुदाय या कनाडा का अगुवाई नहीं करतीं।’’ ट्रूडो ने बोला कि हिंदुस्तान कई क्षेत्रों में कनाडा का एक जरूरी भागीदार है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत दुनिया की असाधारण रूप से एक जरूरी अर्थव्यवस्था है और जलवायु बदलाव से निपटने से लेकर नागरिकों के लिए विकास और समृद्धि के लिए कनाडा का एक जरूरी भागीदार है।’’ कनाडा के पीएम ने बोला कि दोनों पक्ष मौजूदा योगदान को बढ़ाने पर विचार करना जारी रखेंगे। मोदी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बोला कि उन्होंने और ट्रूडो ने विभिन्न क्षेत्रों में भारत-कनाडा संबंधों को लेकर चर्चा की।
कनाडा में लगे हिंदुस्तान विरोधी नारे
एक तरफ कैनेडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो अब तक हिंदुस्तान से नहीं निकल सके है। उनका विमान तकनीकी कारणों से खराब हो गया और उड़ान नहीं भर सका। हालांकि उनके कनाडा पहुंचने से पहले ही कनाडा में हिंदुस्तान विरोधी नारे सुने जा रहे है। यहां दिल्ली बनेगा खालिस्तान, हिंदुस्तान के टुकड़े करने के नारे लगाए जा रहे है। कनाड़ा में भीड़ के बीच खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ये नारे लगाए है।