भारत से पंगा लेने के बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का कर दिया बायकॉट
Maldives News: भारत से पंगा लेना मालदीव को भारी पड़ रहा है। मालदीव की इकोनॉमी में सबसे बड़ी हिस्सेदारी टूरिज्म इंडस्ट्री की है। लेकिन हिंदुस्तान से पंगा लेने के बाद भारतीय पर्यटकों ने मालदीव का बायकॉट कर दिया है। तब से मालदीव की कमाई पर बुरा असर पड़ा है। इसी बीच मालदीव के राष्ट्रपति ने मंगलवार को बोला कि उनका राष्ट्र ऋण में डूबा हुआ है, कमाई उतनी नहीं है। इस कारण कोई नयी विकास परियोजना प्रारम्भ करने में असमर्थ हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू ने राष्ट्र की माली हालत के लिए पूर्ववर्ती सरकारों को उत्तरदायी ठहरा दिया। ‘इंडिया आउट’ का नारा देकर चुनाव जीतने वाले मोइज्जू ने आर्थिक स्थिति के बारे में बोला कि जनता के सामने गुमराह नहीं करना चाहते थे जो उनके प्रशासन को “विरासत में मिली” थी। मोइज्जू को अर्थव्यवस्था की असली स्थिति का खुलासा करना पड़ा क्योंकि वह उन लोगों के दबाव में थे जो द्वीपसमूह देश में रुकी हुई परियोजनाओं के बारे में कम्पलेन कर रहे थे।
‘मालदीव के लिए दो महीने सबसे कठिन’, कहे मोइज्जू
देश के द्वीपों में से एक गुरैधू की यात्रा के दौरान उन्होंने कहा, “अगले दो महीने सबसे मुश्किल होंगे। यह सबसे जरूरी समय है।” “जुलाई के बाद यह बहुत सरल हो जाएगा। लेकिन हम आय अर्जित करने के लिए जरूरी काम अभी से प्रारम्भ कर रहे हैं।” मालदीव के राष्ट्रपति मोइज्जू पिछले वर्ष नवंबर में राष्ट्रपति बने हैं, तब से ही उनकी देखरेख में नयी दिल्ली के साथ माले के संबंध प्रभावित हुए हैं। मोइज्जू ने बोला कि न सिर्फ़ सरकारी लोन बल्कि राज्य के स्वामित्व वाली कंपनियों की उधारी भी अधिक है। उन्होंने कहा, ‘मैं सतत विकास को उसके असली अर्थ में लाने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहा हूं।’
‘इंडिया आउट’ कैंपेन चलाकर राष्ट्रपति बने थे मोइज्जू
पिछले वर्ष नवंबर में सत्ता संभालने वाले मुइज्जू का झुकाव चीन की ओर है, जो मालदीव को ऋण के जाल में फंसा चुका है। मालदीव चीन का सबसे बड़ा कर्जदार है। उन्होंने बोला कि विकास परियोजनाओं को पूरा करने में कठिनाइयां थीं, जबकि “हम ऋण का प्रबंधन करने की प्रयास कर रहे हैं”। उन्होंने कहा, “मैं और अधिक विकास परियोजनाएं चलाना चाहता हूं। लेकिन यही कारण है कि हम सभी रुकी हुई परियोजनाओं को प्रारम्भ नहीं कर सकते और सभी द्वीपों में एक साथ नयी परियोजनाएं प्रारम्भ नहीं कर सकते।” मालदीव के राष्ट्रपति ने बोला कि वह लोगों से यह नहीं कह सकते कि वह एक ही समय में सभी के अनुरोधों को पूरा करेंगे। मोइज्जू ने बोला कि “जो अर्थव्यवस्था हमें विरासत में मिली है वह खराब स्थिति में है। ऋण के स्तर के कारण हमें तरीका करने की आवश्यकता है।”
कर्ज के लिए मोइज्जू आईएमएफ और विश्व बैंक से कर रहे बातचीत
अपने हिंदुस्तान विरोधी रुख को लेकर राष्ट्र की विपक्षी पार्टियों की निंदा का सामना कर रहे मोइज्जू ने बोला कि उन्होंने विश्व बैंक और आईएमएफ के ऑफिसरों से मुलाकात की और वे इस बात पर सहमत हुए कि राष्ट्र की अर्थव्यवस्था में सुधार का निवारण गवर्नमेंट की नीतियों को लागू करना है। उन्होंने कहा, “हम आपको बताएंगे कि क्या किया जा सकता है और क्या किया जाएगा। कुछ चीजों में अधिक समय लग सकता है। हम निष्ठावान और अपनी बात के प्रति सच्चे रहेंगे।”