इजरायल हमास युद्ध को लेकर फ्रांस का बड़ा रिएक्शन
अब तक अमेरिका और ब्रिटेन दो ऐसे राष्ट्र हैं, जिन्होंने न केवल इस युद्ध में इजरायल का समर्थन खुलकर किया, बल्कि उसके लिए अपनी सेना और हथियार भी भेज दिया। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति का यह बयान साबित कर रहा है कि वह भी इजरायल की सहायता की दौड़ में स्वयं को पीछे नहीं रखना चाहते है। राष्ट्रपति मैक्रों के बयान से साफ है कि फ्रांस भी इजरायल की सहायता के लिए जल्द हथियारों की तैनाती कर सकता है। अब तक हिंदुस्तान समेत दुनिया के लगभग सभी बड़े राष्ट्रों ने हमास को आतंकवादी संगठन बोला है। जबकि मिडिल-ईस्ट यानि मध्य-पूर्व के राष्ट्र हमास को आजादी की लड़ाई लड़ने वाला संगठन मान रहे हैं।
अब तक हमास-इजरायल युद्ध में 4000 से अधिक लोगों की मौतें
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक बीते 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमास के आतंकवादी हमले के बाद इजरायली सेना की जवाबी कार्रवाई जारी है। इजरायल की सेना गाजा पट्टी क्षेत्र में हमास के ठिकानों पर लगातार बमबारी कर रही है। गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। इजरायल और गाजा में अब तक 4000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है। जबकि 10 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। वहीं इजरायल की सेना ने कल रात हमास के टॉप लीडर याह्या सिनेवार के पांच ठिकानों पर धावा किया। इज़रायल के आर्मी चीफ की बोलना है कि याह्या सिनेवार ही वो शख्स है जिसने इन हमलों के प्लानिंग की। वहीं इजरायल ने अपनी संभावित जमीनी अभियान की भी तैयारी प्रारम्भ कर दी है। यही वजह है कि इस तैयारी के लिए इजरायल ने करीब 3.60 लाख रिजर्व सैनिकों को बुला लिया है।