इजरायल की ओर से जमीनी कार्रवाई किये जाने की आशंका तेज
रक्षा जानकारों की मानें तो इससे आने वाले समय में बहुत चुनौतीपूर्ण स्थितियां दुनिया के सामने खड़ी होती नजर आ सकती है। इस परेशानी से निपटने के लिए सभी राष्ट्रों को आगे बढ़कर फिलिस्तीन टकराव का निवारण निकालने का कोशिश करना होगा। जानकारों की मानें तो इजरायल-हमास संघर्ष रूस-यूक्रेन संघर्ष की तुलना में बहुत बड़ा तो है ही, साथ में घातक भी है। पूरी दुनिया का केंद्र आने वाले समय में इसी संघर्ष पर केंद्रित होती दिखेगी।
इधर, गाजा स्थित अस्पतालों ने बोला है कि घायलों को यहां से निकालना कठिन है। कई की हालत गंभीर है। उन्हें निकालने से स्थिति विकट हो सकती है। इधर, गाजा खाली करने के 24 घंटे के फरमान के बाद इस्राइली सैनिक बंधकों और हमास और हिज्बुल्ला के आतंकियों की खोज में गाजा में घुस गये। जमीनी कार्रवाई के लिए सेना के साथ-साथ टैंक और अन्य आर्टिलरी गाड़ी चल रहे हैं।
इजरायल का इल्जाम है कि हमास फिलीस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा दांव पर लगाकर घनी जनसंख्या के बीच अपने गोला बारूद और हथियार का जखीरा जमा करता है। इजरायल ने गाजा में जमीन के नीचे सुरंगों के जाल की ओर भी इशारा किया है जिसे ‘मेट्रो’ बोला जाता है। हमास के लड़ाके छिपने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। अब तक दोनों पक्षों के 2,800 लोगों की जान जा चुकी है।
एक नजर ताजा घटनाक्रम पर
-गाजा के 10 लाख लोग भय में, दक्षिण की ओर भाग रहे
-हमास का दावा- इस्राइल की बमबारी में 13 बंधकों की मौत
-सऊदी अरब बोला- घटनाक्रम पर नजर निर्णय समय पर
-फ्रांस में फिलीस्तीन के समर्थन वाले सभी प्रदर्शनों पर रोक
-सुरक्षा आंशकाओं के बीच लंदन स्थित दो यहूदी विद्यालय बंद
-गाजा पर हवाई हमले के विरोध में यमन इंडोनेशिया में प्रदर्शन
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीरबदुल्लाहियां ने चेतावनी दी कि यदि गाजा पट्टी पर इस्राइल के हमले तुरंत नहीं रुके, तो अत्याचार पश्चिम एशिया के अन्य हिस्सों में फैल सकती है।
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन शुक्रवार को इजरायल के वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए ऑयल अवीव पहुंचे। ऑस्टिन ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात की। इधर, इजरायल ने बोला कि बीजिंग में उसके दूतावास के एक कर्मचारी पर शुक्रवार को धावा किया गया, जिसके बाद से वह हॉस्पिटल में भर्ती हैं।चीन ने हमले के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं दी है।