भारतीय मूल की कम से कम दो इजराइली महिला सुरक्षा अधिकारी मरी
आधिकारिक सूत्रों ने पुष्टि की कि सात अक्टूबर को हमास की ओर से किए गए हमले में अशदोद के होम फ्रंट कमान की कमांडर 22 वर्षीय लेफ्टिनेंट ऑर मोसेस तथा पुलिस के सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट की सीमा पुलिस अधिकारी निरीक्षक किम डोकरकर मारी गई हैं।
ऐसा बोला जा रहा है कि इन दोनों स्त्री ऑफिसरों की मृत्यु संघर्ष के दौरान लड़ते हुए हुयी है। सेना के ऑफिसरों के मुताबिक, युद्ध में अब तक सेना के 286 जवान और 51 पुलिस अधिकारी मारे गए हैं।
समुदाय के कई सदस्यों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को कहा कि और भी पीड़ित हो सकते हैं, क्योंकि इजराइल मृतकों की पहचान की पुष्टि कर रहा है और लापता या संभवत: अपहृत लोगों की तलाश कर रहा है।
समुदाय की 24 वर्षीय स्त्री शहाफ टॉकर अपने दोस्त के साथ बच हमले में बाल-बाल गयी थी। उन्होंने अपने दादा के माध्यम से ‘पीटीआई-भाषा’को अपनी आपबीती बताई।
शहाफ के दादा याकोव 1963 में 11 वर्ष की उम्र में मुंबई से जाकर इजराइल में बस गए थे। उन्होंने कहा कि उनकी पोती अब भी सदमे में है और मानसिक पीड़ा के कारण बोलने में असमर्थ है, इसलिए उसने सोचा कि लिखित में बताने से उसका तनाव कुछ कम हो जाएगा।
याकोव उत्तरी इजराइल के पेताह टिकवा में रहते हैं। उन्होंने बताया, ‘‘आज तड़के शहाफ अपने कुछ दोस्तों के आखिरी संस्कार में शामिल हुई, जो रेव म्यूजिक पार्टी में हुए नरसंहार में मारे गए थे। पार्टी में हमास के हमले में 270 युवा मारे गए थे।’’
शहाफ ने कहा कि वह अपने मित्र यानिर के साथ पार्टी में थी तभी उसने रॉकेटों को अपने सिर के ऊपर से जाते देखा।
सूत्रों ने कहा कि हमले में घायल केरल की नर्स शीजा आनंद की स्थिति अब स्थिर है। हमास के सात अक्टूबर के उत्तरी इजराइल के अश्कलोन शहर पर रॉकेट से किए गए हमले में वह घायल हो गई थीं और उनके हाथ और पैर में चोट आई थी। उन्हें उपचार के लिए नजदीकी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।