अंतर्राष्ट्रीय

इजरायल के भीषण ड्रोन हमले में अलजजीरा के एक पत्रकार की मौत

इजरायल-हमास युद्ध में दिल दहला देने वाली समाचार सामने आ रही है दक्षिणी गाजा के एक विद्यालय पर इजरायल के भयंकर ड्रोन हमले में अलजजीरा के एक पत्रकार की मृत्यु हो गई है जबकि उसका साथी रिपोर्टर गंभीर रूप से घायल हो गया है हमले के समय दोनों विद्यालय के पास ही उपस्थित थे मरने से पहले रिपोर्टर ने अपनी ही मृत्यु की अंतिम तस्वीर कैमरे में कैद की रिपोर्ट के मुताबिक घायल कैमरामैन मलबे में दब गया था वह घंटों तक सहायता के लिए तड़पता रहा मगर समय पर कोई सहायता नहीं मिलने और खून अधिक रिस जाने से उसकी मृत्यु हो गई

दक्षिणी गाजा में इजरायली ने शुक्रवार को एक विद्यालय पर यह धावा किया था इस हमले में टीवी नेटवर्क ‘अल जजीरा’ के फिलस्तीनी कैमरामैन की मृत्यु हो गई हमले के दौरान गाजा में कार्यरत उसका मुख्य संवाददाता घायल हो गया टीवी नेटवर्क ने यह जानकारी दी नेटवर्क ने कहा कि कैमरामैन समीर अबू दक्का और संवाददाता वाएल दहदौह दक्षिणी शहर खान यूनिस के एक विद्यालय में धावा होने के बाद वहां गए थे और जब वे विद्यालय पहुंचे तो वहां इजराइली ड्रोन से एक और धावा किया गया, जिसमें अबू दक्का और दहदौह गंभीर रूप से घायल हो गए बाद में अबू दक्का की मृत्यु हो गई

अपने साथी को बचाने के लिए चीखता रहा रिपोर्टर, नहीं मिली मदद

अपने साथी कैमरामैन की जान बचाने के लिए उसका सहयोगी रिपोर्टर सहायता के लिए चीखता रहा मगर कोई भी आगे नहीं आया कहा जा रहा है कि अस्पताल में भर्ती घायल रिपोर्टर दहदौह ने ‘अल जजीरा’ को कहा कि वह खून से लथपथ हालत में विद्यालय से बाहर निकलने में सफल रहा, जहां कई एंबुलेंस कर्मी खड़े थे दहदौह ने बोला कि उन्होंने एंबुलेंस कर्मियों से अबू दक्का को बाहर लाने को कहा, लेकिन उन्होंने बोला कि इसमें बहुत जोखिम है और उन्होंने वादा किया कि उसके लिए एक और एंबुलेंस आएगी दहदौह ने कहा, ‘‘वह चीख रहा था और सहायता की गुहार लगा रहा था

मदद पहुंचने से पहले हो गई कैमरामैन की मौत

अल जजीरा ने कहा कि समय पर उसके कैमरामैन तक सहायता नहीं पहुंच पाई थी बाद में शाम को एक एंबुलेंस ने अबू दक्का को निकालने के लिए विद्यालय पहुंचने की प्रयास की, लेकिन ध्वस्त मकानों के मलबे के कारण सड़कें अवरुद्ध होने की वजह से उसे लौटना पड़ा नेटवर्क ने बयान में बोला कि अबू दक्का का खून कई घंटे बहता रहा और शुक्रवार शाम को एक असैन्य सुरक्षा दल ने उन्हें मृत पाया ‘कमेटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट’ के अनुसार, सात अक्टूबर को हमास और इजराइल के बीच संघर्ष प्रारम्भ होने के बाद से 64 पत्रकारों की मृत्यु हो चुकी है, जिनमें 57 फिलस्तीनी, 4 इजराइली और 3 लेबनानी पत्रकार शामिल हैं

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