कनाडा में टिकटॉक बंद होने से खुश हुए पीएम जस्टिन ट्रूडो

कनाडा में टिकटॉक बंद होने से खुश हुए पीएम जस्टिन ट्रूडो
 प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो कनाडा में टिक टॉक बैन करने के बाद बहुत खुश हैं. उन्होंने शुक्रवार को अपनी खुशी जाहिर की और बोला कि चीनी सोशल मीडिया ऐप टिक्कॉक पर प्रतिबंध लगाने के अपनी गवर्नमेंट के हालिया निर्णय से उन्हें एक “व्यक्तिगत लाभ” भी मिलने लगा है, उनके बच्चे अब टिक टॉक का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं जिससे मुझे बहुत लाभ हुआ है. बता दें कि कनाडा ने गोपनीयता और सुरक्षा जोखिमों पर चिंताओं का हवाला देते हुए फरवरी में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी. रॉयटर्स ने इसके बाद पीएम ट्रूडो का बयान जारी किया, जिसमें पीएम ने बोला है, “टिकटॉक पर बैन सुरक्षा को लेकर लगाई गई है, जो चीनी गवर्नमेंट के पास सरकारी टेलीफोन पर मिल सकती है.लेकिन इसका सबसे बड़ा एक पर्सनल फायदा ये हुआ है कि मेरे बच्चे अब टिकटॉक का इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं.

ट्रूडो के बच्चों के मोबाइल पर नहीं चल रहा है टिक टॉक

कनाडा के पीएम ट्रूडो के तीन बच्चे हैं, जिनमें से दो किशोर हैं. कनाडाई पीएम ने बोला कि “मैं उनकी गोपनीयता और सुरक्षा के बारे में चिंतित हूं, इसीलिए मुझे खुशी है कि गवर्नमेंट द्वारा टिक टॉक पर बैन लगाया गया और अब बच्चों के फोन पर अब टिकटॉक नहीं चल रहा है और वे उसे यूज नहीं कर पा रहे हैं. यह मेरे बच्चों के लिए एक बड़ी निराशा है लेकिन हमारे लिए खुशी की बात है.” 

ट्रूडो ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह बयान दिया है, जिसके बाद अब अमेरिका में भी टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की मांग तेज हो गई है. 6 मार्च को, व्हाइट हाउस ने सरकारी एजेंसियों को यह सुनिश्चित करने के लिए 30 दिन का समय दिया था कि वे आश्वस्त करें कि उनके पास संघीय उपकरणों और प्रणालियों पर टिकटॉक नहीं है.

टिक-टॉक के मुख्य अधिकारी ने कहा-डाटा लीक नहीं होता

टिक टॉक के मुख्य कार्यकारी शाउ ज़ी च्यू ने भी अमेरिकी कांग्रेस पार्टी के सामने गवाही दी, जहां सांसदों ने मंच पर संभावित चीनी असर के बारे में उनसे पूछताछ की. च्यू ने ऐप के डेटा साझा करने या चीनी समुदाय पार्टी के साथ संबंध होने से इनकार किया और जोर देकर बोला कि टिक-टॉक अपने 150 मिलियन अमेरिकी उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सब कुछ कर रहा है.

बता दें कि गोपनीयता और सुरक्षा के मुद्दों पर कई अन्य चीनी ऐप के साथ 2020 में हिंदुस्तान में ऐप पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. जिन अन्य राष्ट्रों ने टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाया है उनमें ताइवान, अफगानिस्तान और पाक भी शामिल हैं.