अमेरिकी वेपन स्टॉक ने बाइडेन की बढ़ाई चिंता

चीन से मुकाबला हुआ तो अमेरिका तुरंत हथियार डालने पर विवश हो सकता है. अमेरिकी वेपन स्टॉक ने बाइडेन की चिंता बढ़ा दी है. वॉल स्ट्रीट जनरल ने स्टॉक को लेकर ताजा रिपोर्ट जारी की है. चीन से जंग हुई तो अमेरिका के पास हथियार कम पड़ जाएंगे.
दुनिया जानती है कि चीन से बड़ा चालबाज कोई नहीं है. विस्तारवादी सोच वाला ड्रैगन मौका देख कर रंग बदलने में माहिर है. यूक्रेन रूस के विनाशकारी युद्ध के बीच चीन की नजर ताइवान पर है. अक्सर ताइवान पर तनाव बढ़ता रहता है और ताइवान के साथ अमेरिका खड़ा रहता है. वो दिन दूर नहीं नजर आ रहा है जब ताइवान को लेकर अमेरिका और चीन में तनाव बढ़ने की स्थिति में हिंद प्रशांत क्षेत्र मैदानी जंग में बदल सकता है. लेकिन चीन से जारी विवाद के बीच अमेरिकी व्यापार स्टॉक को लेकर एक अमेरिकी रिपोर्ट ने राष्ट्रपति जो बाइडेन की नींद उड़ा दी है. वॉल स्ट्रीट जनरल की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका और चीन के बीच युद्ध हुआ तो एक ही दिन में अमेरिका के पास हथियारों की कमी पड़ जाएगी.
चीन से मुकाबला हुआ तो अमेरिका तुरंत हथियार डालने पर विवश हो सकता है. अमेरिकी वेपन स्टॉक ने बाइडेन की चिंता बढ़ा दी है. वॉल स्ट्रीट जनरल ने स्टॉक को लेकर ताजा रिपोर्ट जारी की है. चीन से जंग हुई तो अमेरिका के पास हथियार कम पड़ जाएंगे. हथियारों की कमी के चलते ही 1 दिन में ही अमेरिका बैकफुट पर आ जाएगा और हथियार डालने पर विवश हो सकता है. अमेरिका के पास लॉन्ग रेंज एंटी शिप मिसाइल कम पड़ जाएंगे. दरअसल, अमेरिका की तरफ से यह यूक्रेन को भारी मात्रा में हथियारों की सप्लाई और प्रोडक्शन तेज नहीं होने के चलते वेपन स्टॉक में भारी कमी आई है.
वहीं इसके मुकाबले चीन की विस्फोटक और पप्रेट बनाने की क्षमता काफी अधिक हो गई है. चीन ने अब आरडीएक्स या एचएमएक्स से 40 प्रतिशत अधिक घाटक विस्फोटक बना लिया है. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक चीन ने बहुत ही मात्रा में सीएन20 विस्फोटक का निर्माण कर लिया है. चीन ने वर्ष 2011 में सीएल-20 के समकक्ष का परीक्षण किया था. इसके बाद से लेकर अब तक चीन ने बहुत बड़े पैमाने पर इस विस्फोटक का निर्माण किया है.