वाईएसआरसीपी सत्ता में वापस नहीं आएगी : चंद्रबाबू

वाईएसआरसीपी सत्ता में वापस नहीं आएगी  : चंद्रबाबू

अमरावती, 19 मार्च (आईएएनएस). आंध्र प्रदेश विधान परिषद चुनाव के नतीजे साफ तौर पर संकेत देते हैं कि वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) फिर से सत्ता में नहीं आएगी, पूर्व सीएम और तुलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष एन चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को यह बात कही.

तीनों स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में तेदेपा की जीत के लिए मतदाताओं को धन्यवाद देते हुए नायडू ने यहां मीडियाकर्मियों से बोला कि रिज़ल्ट साफ तौर पर सत्ता विरोधी लहर का संकेत देते हैं. इसे जनता की जीत करार देते हुए तेदेपा सुप्रीमो ने बोला कि तेदेपा उम्मीदवारों को चुनकर लोगों ने पार्टी पर पूरा भरोसा जताया है.

यह देखते हुए कि लोगों ने उगादी से कुछ दिन पहले राज्य के भविष्य की भविष्यवाणी की है, चंद्रबाबू नायडू ने बोला कि चुनाव रिज़ल्ट सरकारी कर्मचारियों के अकल्पनीय दर्द, किसानों, वंचितों, आम आदमी और उन विद्यार्थियों की पीड़ा को दर्शाते हैं जो हर चीज की बढ़ती मूल्य के बोझ से दबे हुए हैं.

पूर्व सीएम ने महसूस किया कि एक अराजक शासन के अनुसार भय में रहने वाले एक औसत आदमी की पीड़ा इन चुनाव परिणामों में पूरी तरह से परिलक्षित होती है.

चंद्रबाबू नायडू ने कहा, सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी हमेशा धन और बाहुबल और अत्याचार में विश्वास करते हैं. उन्होंने इन चार वर्षो में सभी चुनावों को सिर्फ चयन के रूप में बदल दिया, वाईएसआरसीपी को जोड़ना जल्द ही गुमनामी में गायब हो जाएगा.

नवीनतम चुनावों को जगन रेड्डी और राज्य के 5 करोड़ लोगों के बीच युद्ध करार देते हुए तेदेपा सुप्रीमो ने बोला कि उन्होंने राज्य को जो हानि पहुंचाया है और बड़े पैमाने पर करप्शन निश्चित रूप से उन्हें एक उचित सबक सिखाएगा.

चंद्रबाबू ने महसूस किया कि वाईएसआरसीपी फिर से सत्ता में नहीं होगी और चिंता व्यक्त की कि वरिष्ठ आईएएस और आईपीएस अधिकारी भी जगन रेड्डी द्वारा किए जा रहे अपराधों में भागीदार बन रहे हैं.

उन्होंने टिप्पणी की, हालांकि अदालतों ने कई बार इस गवर्नमेंट की खिंचाई की है, लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने कोई सबक नहीं सीखा है.

उन्होंने विपक्ष पर प्रतिबंध लगाने के लिए वाईएसआरसीपी गवर्नमेंट की आलोचना की. उन्होंने बोला कि लोकतंत्र में कुछ नियंत्रण और संतुलन होते हैं और लोगों का विश्वास जीतने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी को उनका धार्मिक रूप से पालन करना चाहिए.

उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि चुनाव आयोग के निर्देशों का भी सम्मान नहीं किया जा रहा है और महसूस किया कि नौकरशाह सिर्फ जगन का विश्वास जीतने के लिए अत्याचार का सहारा ले रहे हैं.

उन्होंने आश्चर्य जताई कि कैसे अधिकारी चुनाव जीतने वाले उम्मीदवारों को घोषणापत्र सौंपने से इनकार कर देते हैं. तेदेपा नेता ने महसूस किया कि नौकरशाहों को प्रगति में भागीदार होना चाहिए, लेकिन क्राइम करने में भागीदार नहीं होना चाहिए.

नायडू ने बोला कि चुनाव में निर्वाचित घोषित किए गए राम गोपाल रेड्डी को गैर कानूनी रूप से अरैस्ट किया गया था.

स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के चुनावों में 108 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया और प्रत्येक खंड में 5,000 से 25,000 मतदाताओं ने अपना मत डाला, पूर्व सीएम ने बोला और बोला कि हर स्थान मतदाताओं को पैसा, चांदी के लेख और अन्य सामग्री वितरित की गई.

यहां तक कि मतदाताओं को भी फर्जी स्नातक प्रमाणपत्रों के साथ नामांकित किया गया था, उन्होंने बोला और देखा कि इस तरह के अत्याचारों के बावजूद मतदाताओं ने सिर्फ तेदेपा में विश्वास जताया.