रूस में आई बाढ़ पर किम ने जताया दुख
Kim Jong Un: किम जोंग को क्रूर, खडूस, घातक और गुस्सैल प्रजाति का नेता समझा जाता है। यहां तक कि कई पत्रकार तो उन्हें पागल अथवा सनकी भी कहते हैं। किम किस तरह तानाशाह है यह जानने के लिए थोड़ा पीछे चलते हैं। बात उसके पिता की मृत्यु को दस वर्ष पूरे होने की है। किम ने अपने पिता किम जोंग इल की मृत्यु के 10 वर्ष पूरे होने पर 11 दिन तक हंसने, रोने, खरीदारी करने और शराब पीने जैसे कई कामों पर रोक लगा दी थी।
किम की क्रूरता
उत्तर कोरिया के एक नागरिक ने रेडियो शो के दौरान कहा कि यदि आपके परिवार का कोई सदस्य इस समय के दौरान मर भी जाता है तो आपको बल से रोने की इजाजत नहीं है और आप उनका शरीर भी इस 11 दिन के बाद ही घर से बाहर निकल सकते हैं। और यदि इस 11 दिन के अंतराल के बीच में आपका जन्मदिन भी है तो भी आप अपना जन्मदिन नहीं इंकार सकते।
कौन है किम जोंग उन
किम जोंग उन का जन्म 8 जनवरी 1982 को हुआ था। किम वर्ष 2011 से उत्तर कोरिया के तानाशाह है और साल 2012 से वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के अध्यक्ष हैं। किम इल सुंग के पोते है जोकि उत्तर कोरिया के पहले तानाशाह थे। किम इल सुंग ने 1948 से 1994 तक राज किया। इनके मृत्यु के बाद उनके बेटे किम जोंग इल ने 1994 से 2011 तक उत्तर कोरिया पर राज किया। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी की माने तो किम की विवाह री सोल-जू से हुई थी।
रूस से किम की दोस्ती
रूस और उत्तर कोरिया के बीच दोस्ती की सबसे बड़ी वजह विचारधारा मानी जाती है। दोनों राष्ट्रों के बड़े नेता किम और पुतिन अपने राष्ट्र में एकछत्र राज कर रहे हैै। यूक्रेन में हो रहे जंग का काम ठीक बताता है। पुतिन हों या किम जोंग दोनों ही कट्टर अमेरिका विरोधी माने जाते हैं। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति रहने के दौरान दोनों राष्ट्रों के बीच संबंध थोड़े नर्म हुए थे, लेकिन जो बाइडेन के प्रशासन ने किम पर शिकंजा कसने को ही तवज्जो दी है। इसी तरह पुतिन भी यूक्रेन पर हमले के बाद अमेरिका के निशाने पर हैं। अमेरिका और उसके सहयोगी राष्ट्रों ने पुतिन को हराने के लिए यूक्रेन को खुलकर हथियारों की सहायता भी दी है।
पुतिन ने किम जोंग उन से दोस्ती निभाने के लिए यूएन का नियम भी तोड़ा
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग उन को एक स्पेशल गिफ्ट भेजा था। उन्होंने किम को एक रशियन कार गिफ्ट की थी। बताया जा रहा है कि यह गिफ्ट संयुक्त देश के नियमों का उल्लंघन हो सकता है, क्योंकि संयुक्त देश ने रूस और उत्तर कोरिया के बीच होने वाले लेन-देन पर रोक लगाई है। लेकिन रूस को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा।
अब किम ने क्या किया?
अपने राष्ट्र में आम जनता सख्त शासन करने वाला किम रूस में आई बाढ़ पर दुख जताया है। अपने लोगों की मृत्यु कराने वाला आदमी यदि बाढ़ पर दुख जताए तो यह बहुत चौंकाने वाली बात है।
रूस में बाढ़ का कहर
इन दिनों रूस में बाढ़ से तबाही मची है। कजाकिस्तान सीमा के पास ओरेनबर्ग क्षेत्र में बांध टूटने के बाद आई बाढ़ के कारण 4,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित बचाया गया। ऑरेनबर्ग गवर्नर के कार्यालय ने रविवार को बोला कि 1,478 बच्चों सहित 6,127 लोगों को बाढ़ वाले घरों से निकाला गया, जबकि 10,168 आवासीय घर आपदा से प्रभावित हुए है।
किम ने जताया दुख, भेजा रूस को संदेश
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सहानुभूति का संदेश भेजा है, उत्तर कोरियाई राज्य संचालित समाचार एजेंसी केसीएनए ने सोमवार को स्पुतनिक की रिपोर्ट दी। इसके अनुसार रिपोर्ट में बोला गया है कि किम ने बाढ़ से गंभीर भौतिक क्षति झेलने वाले रूसी लोगों को गहरी सांत्वना दी।
किम रूस का क्यों है दीवाना?
किम जोंग उन वैसे तो किसी से भी नहीं डरता यह उसका बयान है, लेकिन इस समय जब अमेरिका समेत कई राष्ट्र उत्तर कोरिया पर नजर रखे हुए हैं तो किम को लगता है कि उन राष्ट्रों से दोस्ती जरूर रखनी है जो अमेरिका के शत्रु है। उसी में एक नाम रूस भी है।
दोस्ती का फायदा
उत्तर कोरिया पर संयुक्त देश की सुरक्षा परिषद में लगे प्रतिबंधों पर रूस के भी हस्ताक्षर रहे हैं यानी इन्हें लागू करने में उसकी पूरी तरह सहमति रही है। लेकिन पिछले दिनों रूस ने इन प्रतिबंधों पर समर्थन से पीछे हटने के संकेत भी दिए हैं। यानी रूस से दोस्ती किसी तरह भी हानि की नहीं है।