अंतर्राष्ट्रीय

पाकिस्तान में क्यों छिप-छिपकर जीने पर मजबूर है अफगानी…

पाकिस्तान अपने यहां पर रह रहे अफगानियों को वापस भेज रहा है अब तक वह छह लाख अफगानियों को पाक से बाहर किया जा चुका है इसके बाद भी अभी भी करीब 10 लाख अफगान शरणार्थियों पाक में उपस्थित हैं अफगानियों के मन डर बना हुआ कि उन्हें कभी भी राष्ट्र से बाहर निकाला जा सकता है दरअसल,  पाकिस्तान में निवास कर रहे लोग अफगानिस्तान जाने को राजी नहीं हैं इस कारण उन्होंने बाहर निकलना बंद कर दिया यहां तक की अपने काम धंधे भी छोड़ दिए हैं ये लोग अपने घरों में के आसपास बहुत कम निकलते हैं हालात ये हो चुके है कि उनके लिए आजीविका कमाना, किराए पर रहना, खाने-पीने का सामान खरीदना या उपचार कराना काफी मुश्किल हो चुका है इन लोगों को डर है कि कभी उन्हें पुलिस पकड़कर ले जा सकती है और उन्हें वापस भेज दिया जाएगा

कराची पुलिस ने क्या किया 

ऐसा ही एक मुद्दा सामने आया है, इसमें कराची में पुलिस ने 18 वर्ष के एक किशोर की नकदी, टेलीफोन और मोटरसाइकिल हो छीन लिया उसे निर्वासन केंद्र भेज दिया गया यहां से उसे अफगानिस्तान भेजा गया उसके माता -पिता बीते 50 वर्ष से यहां पर रह थे वह इससे पहले कभी भी अफगानिस्तान नहीं गया था उसके पास अफगानिस्तान जाते समय कपड़ों के अतिरिक्त कुछ भी नहीं था

पाकिस्तान ने चला रखा है अभियान 

आपको बता दें कि युद्ध के हालात के चलते कम से कम 17 लाख लोगों ने पाक में शरण ली थी यहां पर वे बिना किसी कानूनी इजाजत के रह रहे हैं मगर अब पाक ने ऐसे लोगों अफगानिस्तान वापस भेजने का अभियान छेड़ा है

युवक का दर्द 

यहां पर रहे एक 15 वर्षीय पुरुष ने कहा कि उसने अपना आईडी प्रूफ बनवाने के लिए आवेदन किया है मगर उसे इसकी आशा काफी कम है पाक में शरणार्थियों की हालत बद से बदतर हो चुकी है पुरुष ने कहा, मेरी जीवन यहां पर गुजरी है, मेरा अफगानिस्तान में कोई दोस्त या परिवार नहीं है ऐसे में अफगानिस्तान में मैं बोला पर जाउंगा

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