अंतर्राष्ट्रीय

पश्चिमी एशिया में युद्ध और हमलों के चलते बढ़े तनाव पर दुखी है भारत

पश्चिमी एशिया में लगातार युद्ध और हमले के हालात ने हिंदुस्तान को चिंता में डाल दिया है. भारत ने तीन दिन पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरानी राजनयिक परिसर पर हुए खतरनाक हमले पर बृहस्पतिवार को चिंता व्यक्त की. भारतीय विदेश मंत्रालय ने  कहा कि वह पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव से व्यथित है. गौरतलब है कि ईरान ने एक अप्रैल को हुए इस हमले के लिए इज़रायल को उत्तरदायी कहा था और बोला कि इसका बदला लिया जाएगा.

ईरानी मीडिया के अनुसार, हमले में दो जनरल सहित सात रिवोल्यूशनरी गार्ड कर्मी मारे गए. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘हमने एक अप्रैल को सीरिया में ईरानी राजनयिक परिसर पर हुए हमले पर चिंता व्यक्त की है. हिंदुस्तान पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और आगे अत्याचार तथा अस्थिरता को बढ़ावा देने की इसकी क्षमता को लेकर व्यथित है.’’ उन्होंने कहा, “हम सभी पक्षों से ऐसे कार्यों से बचने का आग्रह करते हैं जो आम तौर पर स्वीकृत सिद्धांतों और अंतर्राष्ट्रीय कानून के मानदंडों के उल्टा हैं.” जायसवाल की टिप्पणी हमले के संबंध में एक प्रश्न के उत्तर में आई.

गाजा में इजरायल का धावा जारी

यह धावा गाजा में इजरायल के जारी सेना अभियान के बीच हुआ. पिछले वर्ष सात अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायली शहरों पर किए गए अभूतपूर्व हमले के उत्तर में गाजा में इजरायल अपना सेना आक्रमण जारी रखे हुए है. हमास ने सात अक्टूबर को इज़रायल में लगभग 1,200 लोगों को मार डाला था और 220 से अधिक लोगों का किडनैपिंग कर लिया था, जिनमें से कुछ को संक्षिप्त युद्धविराम के दौरान रिहा कर दिया गया. गाजा में हमास के ऑफिसरों के अनुसार, इजरायल के हमले में गाजा में 30 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं.

Related Articles

Back to top button