अंतर्राष्ट्रीय

जंग लड़ रहा इजरायल अब दोहरे मोर्चे पर घिरा

PM Benjamin Netanyahu: हमास के साथ पहले से ही जंग लड़ रहा इजरायल अब दोहरे मोर्चे पर घिर गया है. ईरान ने रातभर इजरायल की धरती पर ड्रोन हमले किए. एक तरफ ईरान ने इजरायल को नयी टेंशन दे दी है. दूसरी तरफ हमास आतंकवादियों ने भी अपने तेवर दिखाने प्रारम्भ कर दिए हैं. इजरायल ने बोला है कि हमास ने संघर्षविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया. इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के अनुसार, ईरान द्वारा समर्थित उग्रवादी संगठन हमास ने मध्यस्थों द्वारा जारी प्रस्ताव को ठुकरा दिया.

मोसाद ने सीधे तौर पर यह नहीं बोला कि इसके पीछे ईरान ही है लेकिन, ऐसा बताया जा रहा है कि हमास ईरान के साथ युद्ध में उलझे इजरायल के साथ अभी वह कोई समझौता नहीं करने चाहता, बल्कि वह इसका लाभ उठाना चाहता है.

गाजा पट्टी में इजरायल के भयंकर नरसंहार के बाद भी हमास आतंकवादियों ने इजरायल के आगे घुटने नहीं टेके हैं. मोसाद का बोलना है कि हमास के नेता याह्या सिनवार “ईरान के साथ तनाव का लाभ उठाना जारी रखे हुए हैं” और “मानवीय समझौता और बंधकों की रिहाई अभी करने वाला है. मोसाद का यह बयान इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय द्वारा जारी किया गया है. इजरायल की तरफ से यह बोला गया है कि हमास के साथ संघर्ष विराम को संभव बनाने की उसने काफी प्रयास की लेकिन, हमास अपनी जिद पर अड़ा है.

हमास और इजरायल के बीच युद्धविराम की वार्ता अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थता में चल रही है. इजरायल का अचानक दिया बयान तब सामने आया है जब पिछले सप्ताह यहूदी राष्ट्र ने बोला था कि संघर्षविराम की वार्ता काफी सकारात्मक चल रही है और जल्द ही रिज़ल्ट सामने आएंगे.

ईरान के हमले से नए युद्ध की आहट
ईरान के ड्रोन हमले के बाद इजरायल पर एक और युद्ध का संकट मंडरा रहा है. इजरायल का बोलना है कि वह स्वयं को सुरक्षित रखने और शत्रु को चोट पहुंचाने का पूरा दम रखता है. इजरायल को अमेरिका और ब्रिटेन का भी योगदान मिला है. पूरे विश्व के कई राष्ट्रों ने ईरान के हमले की कड़ी आलोचना भी की है. इजरायल ने युद्ध कैबिनेट बुलाकर ईरान द्वारा और हमलों की संभावना जताई है.

हमास दिखाने लगा अकड़ 
ईरानी हमले से जूढ रहे इजरायल को हमास ने दोहरी मार दी है. इजरायल के विदेश मंत्री काट्ज़ ने कुछ दिन पहले बोला था कि हमास के साथ युद्धविराम और अपने बंधकों की रिहाई के लिए वे काफी आशान्वित हैं. हालांकि ईरान के ड्रोन हमले के बाद हमास ने इजरायल के साथ युद्ध समझौता मानने से इनकार कर दिया है.

गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को दक्षिणी इज़रायल पर हवाई धावा करके हमास आतंकवादियों ने 1,200 लोगों को मृत्यु के घाट उतार दिया था. इसके अतिरिक्त हमास 250 बंधकों को अपने साथ गाजा ले गए थे. इजरायल का दावा है कि हमास के पास अभी भी उसके 100 से अधिक नागरिक कैद में हैं. जिन्हें छुड़ाने के लिए इजरायल 6 महीने से गाजा की खाक छान रहा है. अपनों की तलाश और हमास के पूर्ण खात्मे की सनक में इजरायली सैनिकों ने  गाजा शहर को श्मशान बना दिया है. इजरायली हमले में 33 हजार से अधिक की जान जा चुकी है, इसमें ज्यादातर बेगुनाह महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं.

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