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चीन ने क्या किया अपने विदेश मंत्री किन गैंग के साथ…

पिछले चार हफ्ते से लापता विदेश मंत्री किन गेंग को आखिरकार चीन ने हटा दिया है और उनकी स्थान पूर्व विदेश मंत्री वांग यी को नियुक्त किया गया है, जो चीन की सर्वशक्तिमान केंद्रीय समिति के विदेश मामलों के विभाग के प्रमुख हैं.

चीनी राज्य मीडिया ने मंगलवार को बोला कि किन गेंग, जिन्होंने सिर्फ़ सात महीने तक यह किरदार निभाई थी, उनकी स्थान उनके पूर्ववर्ती वांग यी लेंगे. हालाँकि इस कदम का कोई कारण नहीं कहा गया है, लेकिन चीन के निर्णय अंधेरे कारणों से रहित नहीं हैं. किन गैंग की बर्खास्तगी के पीछे भी ऐसे ही कारण हो सकते हैं.

किन गैंग को चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बहुत करीबी माना जाता था और वह विदेश मंत्री बनने से पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में चीन के राजदूत थे और विदेश मंत्री बनने के बाद उन्होंने चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों को सामान्य बनाने के लिए बहुत कुछ किया.

परिणामस्वरूप, अमेरिकी विदेश मंत्री शी जिनपिंग और अमेरिकी ट्रेजरी सचिव जेनेट येलेन ने हाल के हफ्तों में चीन का दौरा किया. लेकिन, चीन ने बिना कोई कारण बताए किन गैंग को उनके पद से हटाने का घोषणा कर दिया है

इसलिए, किन गैंग की अंदरूनी कहानी, उसकी जीवन और पूरी घटना को जानना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है.

1966 में उत्तरी चीनी शहर तियानजिन में जन्मे किन गेंग ने बीजिंग में प्रतिष्ठित चाइना इंटरनेशनल पॉलिटिक्स यूनिवर्सिटी में अंतर्राष्ट्रीय राजनीति का शोध किया और फिर चीन की राजनयिक सेवा में प्रवेश किया. उन्होंने विदेश मंत्रालय के साथ-साथ ब्रिटेन में चीनी दूतावास में कई पदों पर काम किया.

क़िन गेंग 2006 और 2014 में दो बार चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता थे और 2014 से 2018 के बीच चीन के विदेश मंत्रालय के मुख्य प्रोटोकॉल अधिकारी थे. उन्होंने विदेशी नेताओं के साथ शी जिनपिंग की कई बैठकों में भाग लिया है.

अजीरा की रिपोर्ट में रिपोर्टर कैटरीना यू का बोलना है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी में किन गैंग का उदय बहुत तेजी से हुआ था.

57 वर्ष की उम्र में, वह दो वर्ष तक संयुक्त राज्य अमेरिका में राजदूत के रूप में सेवा करने के बाद दिसंबर 2022 में चीन के विदेश मंत्री बनने वाले सबसे कम उम्र के ऑफिसरों में से एक बन गए.

उन्होंने बोला कि किन गैंग ने कम समय में जो हासिल किया, उसे हासिल करने में चीन के शीर्ष ऑफिसरों को दशकों लग गए.

क्विन गेंग चीनी विदेश मंत्रालय के पहले प्रवक्ता थे, जिन्होंने चीनी विदेश मंत्रालय के बयानों को आक्रामक बनाया और चीनी विदेश नीति में ‘वुल्फ वॉरियर’ कूटनीति को शामिल किया, जिसके अनुसार चीन ने बड़ी आक्रामकता के साथ विदेश नीति अपनाई.

हालाँकि, जब जुलाई 2021 में किन गेंग राजदूत के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका गए तो चीन और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों में गौरतलब सुधार नहीं हुआ, लेकिन दोनों राष्ट्रों के ऑफिसरों के बीच तनाव बढ़ता रहा.

किन गैंग, जिनका एक बेटा है, ने विदेश मंत्री बनने के बाद विभिन्न राष्ट्रों का दौरा किया, जिनमें अफ्रीका और यूरोप के कई राष्ट्र शामिल थे, जहां उन्होंने यूक्रेन में युद्धविराम के लिए चीन के आह्वान पर दबाव डाला.

विदेश मंत्री के रूप में अपनी पहली टिप्पणी में, किन ने बोला कि सभी मानव जाति के लिए आम चुनौतियों को हल करने में, चीन की कूटनीति “चीनी ज्ञान, चीनी पहल और चीनी ताकत” प्रदान करेगी.

हालाँकि, सबसे कम उम्र के विदेश मंत्री बने किन गेंग चीन के सबसे कम उम्र के विदेश मंत्री भी बने. चीन ने वांग यी को राष्ट्र का नया विदेश मंत्री नियुक्त किया है.

नए विदेश मंत्री वांग यी कौन हैं?

वांग यी चीन के सबसे वरिष्ठ राजनयिक हैं, और केंद्रीय समिति के विदेश मामलों के विभाग के प्रमुख हैं, वह समिति जो चीन की विदेश नीतियों का निर्धारण करती है.

69 वर्षीय वांग यी किन गैंग से पहले चीन के विदेश मंत्री थे और उन्होंने 2013 में चीन के विदेश मंत्रालय का कार्यभार संभाला था. पिछले महीने जब किन गैंग अचानक गायब हो गए तो उन्होंने एक बार फिर चीन के विदेश मंत्रालय की कमान संभाली

हालाँकि, कई विश्लेषकों का मानना ​​है कि नए विदेश मंत्री का नाम घोषित होने तक वांग यी की नियुक्ति अस्थायी हो सकती है. विश्लेषकों का बोलना है, “वांग यी एक अनुभवी राजनयिक और चीन का जाना-पहचाना चेहरा हैं और बड़े उथल-पुथल के समय में स्थिर रहने वाली ताकत हैं.

जापान में चीन के पूर्व राजदूत वांग यी धाराप्रवाह जापानी बोलते हैं और उन्होंने ताइवान के प्रति चीन की नीति निर्धारित करने में जरूरी किरदार निभाई है. सीसीपी विदेश मामलों के आयोग के प्रमुख के रूप में, वांग ने इस वर्ष मार्च में ईरान और सऊदी अरब के बीच एक आश्चर्यजनक शांति समझौता कराने में जरूरी किरदार निभाई थी.

सीसीपी विदेश मामलों के आयोग के प्रमुख के रूप में, वांग ने इस वर्ष मार्च में ईरान और सऊदी अरब के बीच एक आश्चर्यजनक शांति समझौता कराने में जरूरी किरदार निभाई थी.

पिछले कुछ हफ्तों में चीन में क्या हुआ है?

किन गैंग को अंतिम बार 25 जून को सार्वजनिक रूप से देखा गया था, जब उन्होंने रूस, वियतनाम और श्रीलंका के अपने समकक्षों के साथ वार्ता की थी.

तब से, वह वाशिंगटन के साथ संबंधों को स्थिर और सामान्य बनाने की चीन की लगातार बयानबाजी में मुख्य चीनी विदेश मंत्री रहे हैं, लेकिन वह अचानक गायब हो गए और एक महीने से अधिक समय से लापता हैं. वे सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आते

क्विन गैंग 4 जुलाई को यूरोपीय संघ के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल से मिलने वाले थे, लेकिन यूरोपीय संघ के ऑफिसरों ने घोषणा की कि चीन ने बिना स्पष्टीकरण के वार्ता रद्द कर दी है.

इसके अलावा, किन गैंग ने चीनी विदेश मंत्री जेनेट येलेन और जलवायु दूत जॉन केरी से भी मुलाकात नहीं की. चीन के विदेश मंत्रालय ने 11 जुलाई को बोला कि किन गैंग का इंडोनेशिया दौरा भी स्वास्थ्य कारणों से रद्द किया जा रहा है, जब जकार्ता में आसियान राष्ट्रों की एक बहुत अहम बैठक होने वाली है

किन गैंग का क्या हुआ?

किन गैंग की बर्खास्तगी का कोई कारण नहीं कहा गया और उसका ठिकाना अज्ञात है.

उनके निष्कासन की घोषणा सरकारी मीडिया ने की, जिसमें बोला गया, “चीन की शीर्ष विधायिका ने वांग यी को विदेश मंत्री नियुक्त करने के लिए मतदान किया है. इसके लिए मंगलवार को एक सत्र बुलाया गया था.” चीनी मीडिया ने कहा, “किन गैंग को विदेश मंत्री के पद से हटा दिया गया है.

चीन में प्रसिद्ध शख़्सियतों के अचानक गायब होने का यह पहला मुद्दा नहीं है और चीजों को बहुत गुप्त रखना चीनी गवर्नमेंट की सबसे बड़ी कला में से एक है. यह भी चीनी गवर्नमेंट का बहुत डरावना पक्ष रहा है

चीन में दर्जनों व्यवसायी, प्रसिद्ध हस्तियां, खिलाड़ी और राजनेता महीनों तक बिना किसी सुराग के अचानक गायब हो गए हैं. किन गैंग से पहले अलीबाबा कंपनी के संस्थापक जैक मा भी करीब 6 महीने तक सार्वजनिक जीवन से गायब रहे थे

विदेश मंत्री का अचानक गायब हो जाना बहुत आश्चर्यजनक है और दिखाता है कि चीन की गहरी स्थिति कितनी घातक है येल यूनिवर्सिटी के पॉल त्साई चाइना सेंटर के एक वरिष्ठ फेलो निकोलस बेकलिन ने अल जजीरा की एक रिपोर्ट में कहा, “यह चीनी गवर्नमेंट के लिए बहुत बड़ी शर्मिंदगी है.

उन्होंने कहा, ”किन गेंग, जो राष्ट्र के विदेश मंत्री थे, चीन के सबसे प्रमुख चेहरों में से एक थे और राष्ट्र के प्रतिनिधि थे, जो सभी अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर चीन के लिए बोलते थे और चीन का चेहरा थे, इसलिए उनके अचानक आने के बाद भी गायब होना और मृत्यु का एक महीना, चीन के बारे में खबरों की कमी चीन के बारे में शक को गहरा करती है. ऐसे राजनयिकों का गायब होना चीन की नकारात्मक तस्वीर पेश करता है.

चीन का घातक साम्यवादी शासन

किन गेंग को शी जिनपिंग के सबसे भरोसेमंद सलाहकारों में से एक के रूप में भी जाना जाता था.

एशिया सोसाइटी पॉलिसी इंस्टीट्यूट के नील थॉमस ने अल जज़ीरा की एक रिपोर्ट में बोला कि “कई स्थापित उम्मीदवारों को दरकिनार करते हुए शी जिनपिंग ने स्वयं पिछले वर्ष किन गैंग को विदेश मंत्री के रूप में चुना था.

उन्होंने कहा, “इसलिए वह वास्तव में कप्तान की पसंद थे और भले ही कम्युनिस्ट पार्टी में शी जिनपिंग के कई सहयोगियों की तुलना में उनका जगह बहुत कम था, फिर भी वह विदेश विभाग में शीर्ष पर पहुंच गए.

बेक्वेलिन ने बोला कि यह शी जिनपिंग हैं जो चीन की विदेश नीति का निर्देशन कर रहे हैं और वांग यी को अब रणनीति को लागू करने का काम सौंपा गया है.

बाक्वेलिन ने तर्क दिया कि किन गैंग मुद्दा “लोगों के दिमाग में यह डाल देता है कि चीन अप्रत्याशित है और लोग चीन में किसी भी समय गायब हो सकते हैं, कि अगले दिन क्या होगा इसकी आपको कोई गारंटी नहीं है.

“मुझे लगता है कि यह इस बात की याद दिलाता है कि चीन किस चीज़ से बचने की प्रयास कर रहा है, क्योंकि वह स्वयं को अमेरिका के नेतृत्व वाली नयी विश्व प्रबंध के एक बहुत ही स्थिर, विश्वसनीय और विश्वसनीय वास्तुकार के रूप में प्रस्तुत करता है.

कुछ जानकारों का बोलना है कि यह चीन है, जो रहस्यमय है, जो अलोकतांत्रिक है और जहां विदेश मंत्री जैसे अधिकारी की भी हैसियत शून्य है, वह अंतरराष्ट्रीय प्रबंध के लिए कितना घातक साबित हो सकता है.

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