ख्वाजा : भारत में चुनाव के बाद उससे हमारे संबंध हो सकते हैं बेहतर
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने हिंदुस्तान में आम चुनाव के बाद पड़ोसी राष्ट्र के साथ संबंध बेहतर होने की आशा जताई है. आसिफ की टिप्पणी से कुछ दिन पहले हिंदुस्तान के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सिंगापुर में बोला था कि पाक करीब करीब “औद्योगिक स्तर’ पर आतंकवाद का प्रायोजन कर रहा है और हिंदुस्तान का मूड अब आतंकियों को नजरअंदाज करने का नहीं है इसलिए वह “अब इस परेशानी को नजरअंदाज नहीं करेगा.“
भारत से बेहतर हो सकते हैं संबंध
इस्लामाबाद में संसद भवन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए ख्वाजा आसिफ ने सोमवार को कहा, “भारत में चुनाव के बाद उससे हमारे संबंध बेहतर हो सकते हैं.” उन्होंने बोला कि दोनों राष्ट्रों के बीच द्विपक्षीय संबंधों की अपनी “पृष्ठभूमि” है. अफगानिस्तान के बारे में बात करते हुए रक्षा मंत्री आसिफ ने बोला कि उन्होंने एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अफगानिस्तान का दौरा किया है और वहां की तालिबान गवर्नमेंट से आतंकवाद को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने का निवेदन किया है.
अफगानिस्तान के साथ रहा है पाकिस्तान
‘जियो न्यूज’ की समाचार के मुताबिक, आसिफ ने बोला कि काबुल द्वारा प्रस्तावित निवारण व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है. आसिफ ने कहा, “पाकिस्तान के प्रति अफगानिस्तान की अंतरिम गवर्नमेंट के रवैये में उतार-चढ़ाव के कारण अब पड़ोसी के लिए हमारे विकल्प दिन-ब-दिन कम होते जा रहे हैं.” उन्होंने बोला कि पाक हमेशा अफगानिस्तान के साथ खड़ा रहा है, उनके लिए कुर्बानी दी और यहां तक कि उनके साथ युद्ध भी लड़ा है.
भारत-पाक संबंध
गौरतलब है कि, हिंदुस्तान और पाक के बीच तनावपूर्ण संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है, जिसका मुख्य कारण कश्मीर मामला और साथ ही पाक प्रायोजित आतंकवाद है. हिंदुस्तान की तरफ से जम्मू कश्मीर का विशेष राज्य का दर्जा समाप्त करने के बाद 2019 में पाक ने हिंदुस्तान के साथ अपने संबंध को कमतर कर दिया था. हिंदुस्तान में 543 लोकसभा सीट के लिए 19 अप्रैल से चार जून के बीच सात चरणों में चुनाव होगा. भाषा