क्या आज सुनवाई के बाद कतर में फंसे 8 भारतीयों को आएगी राहत की खबर, जानें
क्या आज सुनवाई के बाद कतर में कैद 8 पूर्व नौसैनिकों को हिंदुस्तान वापस लाया जाएगा? आज कतर की न्यायालय में सुनवाई से पहले ये प्रश्न बना हुआ है। पूर्व नौसैनिकों के परिजनों को आशा है कि उन्हें जरूर छोड़ दिया जाएगा। बता दें कि कतर में कैद 8 हिंदुस्तानियों में से अधिकांश के परिजन पहले से ही कतर की राजधानी दोहा में हैं। कतर में फंसे इन हिंदुस्तानियों की पत्नियों ने दोहा में भारतीय राजदूत विपुल से मुलाकात भी की है। सुनवाई से पहले वे डिफेंस लॉयर से भी मिले हैं। आज सुनवाई में क्या होगा, इसका प्रतीक्षा पूर्व सैनिकों के परिजन हीं नहीं, बल्कि पूरा हिंदुस्तान राष्ट्र कर रहा है।
कतर में कब से कैद में हैं 8 भारतीय?
बता दें कि ये 8 भारतीय 30 अगस्त, 2022 से कैद में हैं। उनके नाम कैप्टन नवतेज सिंह गिल, कैप्टन सौरभ वशिष्ठ, कमांडर पुरनेंदु तिवारी, कैप्टन बीरेंद्र कुमार वर्मा, कमांडर सुगुनाकर पकाला, कमांडर संजीव गुप्ता, कमांडर अमित नागपाल और सेलर राजेश हैं।
कतर नेशनल डे पर क्यों नहीं मिली माफी?
बता दें कि 18 दिसंबर को हुए कतर नेशनल डे पर कतर ने कई कैदियों की सजा को माफ किया था। हालांकि इन 8 हिंदुस्तानियों को उसने माफी नहीं दी। द न्यू भारतीय एक्सप्रेस में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, कतर नेशनल डे पर इन 8 हिंदुस्तानियों को इसलिए माफ नहीं किया गया क्योंकि आज 28 दिसंबर को इनकी सुनवाई होनी थी। हिंदुस्तान लगातार कतर से कह रहा है कि हिंदुस्तान के पूर्व नौसैनिकों ने कोई गलती नहीं की है।
मौत की सजा के विरुद्ध अपील
इससे पहले 22 दिसंबर को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि पूर्व भारतीय नौसैनिकों के मुकदमा में कतर की एक न्यायालय तीन बार सुनवाई कर चुकी है। उन्हें मिली मृत्यु की सजा के विरुद्ध हिंदुस्तान ने कतर के न्यायालय में अपील की है। कतर में फंसे हिंदुस्तानियों को सकुशल हिंदुस्तान वापस लाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इन आठ पूर्व हिंदुस्तानियों नौसैनिकों को जासूसी के मुकदमा में कारावास में बंद किया गया है।