स्वास्थ्य

World Asthma Day 2024: थोड़ी सी लापरवाही से बिगड़ सकती है आपकी तबीयत

अस्थमा को श्वसन की गंभीर समस्याओं में से एक माना जाता है जिसके कारण सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है. अस्थमा के मरीजों के वायुमार्ग बहुत संवेदनशील होते हैं और गर्मी-सर्दी जैसे माहौल में इनमें सूजन की परेशानी बढ़ जाती है. अस्थमा के कारण सांस लेना मुश्किल हो सकता है और सांस लेते समय खांसी-घरघराहट और सीने में जकड़न जैसी परेशानी होने लगती है. श्वसन बीमारी जानकार कहते हैं, जिन लोगों को अस्थमा की परेशानी है उन्हें लगातार इसके जोखिम कारकों से बचाव करते रहने के लिए तरीका करते रहना चाहिए.

देश के अधिकांश राज्य इन दिनों भयंकर गर्मी-लू की चपेट में हैं. चिकित्सक कहते हैं इस तरह का मौसम भी अस्थमा मरीजों के लिए दिक्कतों को बढ़ाने वाला हो सकता है. सांस की परेशानी के शिकार लोगों को वातावरण में परिवर्तन के प्रति विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.

आइए चिकित्सक से जानते हैं कि गर्मी के दिनों में अस्थमा के रोगियों को किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए जिससे वे अस्थमा अटैक के खतरे से बच सकें.

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

श्वसन बीमारी जानकार बताते हैं, अस्थमा रोगियों के लिए गर्म हवा का संपर्क समस्याकारक माना जाता है, इससे लक्षणों के ट्रिगर होने का खतरा हो सकता है. गर्म हवा में सांस लेने से पहले से ही क्षतिग्रस्त वायुमार्ग के लिए दिक्कतें और अधिक बढ़ जाती हैं और इसमें सूजन होने का भी जोखिम हो सकता है. इसके अतिरिक्त गर्मी के दिनों में निर्जलीकरण की परेशानी भी अधिक देखी जाती है जिसके कारण भी लक्षणों के गंभीर रूप लेने का जोखिम हो सकता है.

बढ़े हुए तापमान में वायु प्रदूषकों की वृद्धि होने की संभावना होती है जिसके संपर्क में आने के कारण श्वसन तंत्र में जलन और सांस लेने की समस्याओं के बढ़ने का खतरा हो सकता है. इन समस्याओं से बचाव के लिए कुछ बातों पर गंभीरता से ध्यान देते रहने की जरूरत होती है.

निर्जलीकरण से बचाव करना बहुत जरूरी

गर्मी के दिनों में अस्थमा अटैक के खतरे को कम करने के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण है कि आप शरीर को हाइड्रेट रखें. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आपके वायुमार्ग को नम रखने में सहायता मिलती है और अस्थमा के कुछ लक्षणों को भी कम  किया जा सकता है. दिन में कम से कम तीन-चार लीटर पानी पीने का लक्ष्य रखें. इसके अतिरिक्त शरीर को हाइड्रेट रखने वाली चीजों जैसे तरबूज-खरबूज, खीरा का भी सेवन करते रहें.

धूल-प्रदूषण के कारण भी बिगड़ सकते हैं लक्षण

अस्थमा मरीजों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप घर से बाहर जाते समय विशेष सावधानी बरतें. बाहर यदि प्रदूषण का स्तर अधिक है तो मास्क लगाना सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है. गर्मी के दिनों में तीव्र व्यायाम करने और बाहर अधिक समय बिताने से भी बचें. दोपहर के समय घर से बाहर न निकलें और संभव हो तो ठंडी जगहों पर ही रहें.

एलर्जी वाले कारकों से बचें

अस्थमा के मरीजों की परेशानी एलर्जी पैदा करने वाले कारकों से काफी बढ़ सकती है. इससे बचाव के लिए धूल-पराग कणों से बचाव के लिए तरीका करें. कुछ लोगों को जानवरों के बालों से भी एलर्जी की परेशानी हो सकती है इन चीजों से भी बचाव करते रहना भी महत्वपूर्ण है. यदि आपको किसी भी समय सांस लेने में परेशानी होती है तो चिकित्सक द्वारा बताए गए इनहेलर का इस्तेमाल करें और यदि इससे भी फायदा न मिले तो शीघ्र किसी जानकार की राय ले लें.

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