स्वास्थ्य

दिमाग को तेज करने के लिए इसे मिलाकर रोजाना पिएं दूध में…

आयुर्वेद में ब्राह्मी को औषधि माना जाता है. इसका इस्तेमाल विभिन्न रोंगों की रोकथाम के लिए किया जाता है. भारत में प्राचीन काल से ही ब्राह्मी का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता रहा है. औषधि को ब्रह्मा के नाम पर ब्राह्मी बोला जाता है. ब्राह्मी का उल्लेख चरक संहिता में भी मिलता है. इसकी रचना आचार्य अग्निवेश ने की है. ब्राह्मी एक सब्जी है इसके फूल सफेद और पत्तियां मुलायम होती हैं. यह सिर्फ़ हिंदुस्तान में ही पाया जाता है. ब्राह्मी को देशभर में कई नामों से जाना जाता है. ब्राह्मी स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. इसके सेवन से कई रोंगों से राहत मिलती है. इसमें रक्त सही करने वाले गुण भी होते हैं. साथ ही इसके सेवन से एकाग्रता बढ़ती है और दिमाग तेज होता है. आइए जानते हैं इसके बारे में सबकुछ-

जर्नल ऑफ फार्माकोग्नॉसी एंड फाइटोकेमिस्ट्री में एक अध्ययन के जरिए यह बात सामने आई है कि दिन में दो बार ब्राह्मी का सेवन करने से दिमाग बेहतर होता है. याददाश्त बढ़ती है इसके लिए अध्ययन में शामिल लोगों को दिन में दो बार 300 मिलीग्राम ब्राह्मी का सेवन करने की राय दी गई. इस अध्ययन का रिज़ल्ट बहुत उत्साहवर्धक था. इस अध्ययन में पाया गया कि ब्राह्मी के प्रतिदिन सेवन से केवल 2 महीने में याददाश्त बेहतर हो सकती है.

स्वास्थ्य जानकारों के अनुसार, ब्राह्मी में प्राकृतिक यौगिक बेकोसाइड होता है, जो मस्तिष्क को उत्तेजित करता है. इसके सेवन से एकाग्रता बढ़ती है. इसके अतिरिक्त ब्राह्मी के सेवन से पेट से जुड़ी रोंगों से भी राहत मिलती है. खासकर कब्ज से पीड़ित लोगों के लिए ब्राह्मी औषधि की तरह है. इसके नियमित सेवन से कब्ज से राहत मिलती है. इसका स्वाद ठंडा होता है इसके लिए यह तनाव में भी उपयोगी है.

कैसे सेवन करें

इसके लिए ब्राह्मी की पत्तियों का सेवन किया जा सकता है. इसके अतिरिक्त प्रतिदिन रात को सोने से पहले एक गिलास दूध में 150 मिलीग्राम ब्राह्मी पाउडर मिलाकर लें. इसके नियमित सेवन से दिमाग तेज होता है और स्मरण शक्ति भी बढ़ती है.

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