स्वास्थ्य

फ्रोजन शोल्डर के दर्द से राहत देंगे ये 2 योगासन

Yoga For Frozen Shoulder: जीवनशैली की खराब आदतों की वजह से आजकल लोगों में फ्रोजन शोल्डर की समस्या काफी ज्यादा बढ़ गई है। लंबे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन के आगे बैठे रहने या फिर मोबाइल-टीवी जैसे गैजेट्स से चिपके रहने की वजह से लोग इस समस्या को ज्यादा झेल रहे हैं। दरअसल, फ्रोजन शोल्डर को कंधे की अकड़न या एडहेसिव कैप्सुलिटिस के नाम से भी जाना जाता है। फ्रोजन शोल्डर ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति के कंधे सिकुड़कर जाम होने लगते हैं। यह एक दर्दकारक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अपने हाथों को ऊपर उठाना तक मुश्किल लगने लगता है। चिंता की बात यह है कि समय के साथ इस समस्या के लक्षण और गंभीर होते जाते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो अपने लाइफस्टाइल में योग शामिल करने से व्यक्ति शरीर में रक्त का संचार व्यवस्थित बनाए रख सकता है। जिससे फ्रोजन शोल्डर की समस्या में राहत मिल सकती है। आइए जानते हैं आखिर कौन से दो योगासन करने से व्यक्ति को फ्रोजन शोल्डर में राहत मिल सकती है।

फ्रोजन शोल्डर से राहत देंगे ये योगासन-

मत्स्यासन-
मत्स्यासन योग करने से शरीर का लचीलापन बढ़ने के साथ कंधे के दर्द में भी आराम मिलता है। मत्स्यासन योग करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं। पैरों को पद्मासन की मुद्रा में लेकर आएं। जांघें और घुटने फर्श पर रखते हुए सांस खींचते हुए सीने को ऊपर की तरफ उठाएं। सिर के ऊपरी हिस्से को जमीन पर ही रखें। कुछ समय तक इस स्थिति में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पहले की स्थिति में आ जाएं।

भुजंगासन योग
भुजंगासन रीढ़,मस्तिष्क से लेकर शरीर के सभी तंत्रिकाओं के लिए लाभदायक हो सकता है।  भुजंगासन गर्दन और कंधे की अकड़न को दूर करता है और रीढ़ की हड्डी को स्वस्थ रखने में सहायक है। भुजंगासन योग का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले रीढ़ की हड्डी के वॉर्म-अप के लिए दोनों पैरों को सामने की तरफ फैलाकर बैठें।अब पीठ को झुकाते हुए दोनों हाथों से पैरों की उंगलियां छूने की कोशिश करें। अब कोबरा पोज बनाने की कोशिश करें। इसके लिएअपने दोनों हाथों को कंधों के पास रखें। ऐसा करते समय आपकी कोहनी मुड़ी हुई होनी चाहिए। पेट के नीचे का हिस्सा जमीन पर लगा होना चाहिए और हाथों को शरीर के ऊपरी हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं और ऊपर की ओर देखने की ही कोशिश करें। इस पोजीशन को कुछ देर होल्ड करने के बाद पहले वाली पोजीशन में आ जाएं। भुजंगासन करते समय गहरी सांस लेते रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। शुरूआत में 30 सेकंड तक भुजंगासन का अभ्यास करें। इसके बाद धीरे-धीरे समयावधि एक मिनट तक बढ़ा सकते हैं।

Related Articles

Back to top button