दिल की बीमारी को रोकते हैं स्टैटिन
Chronic Kidney Disease: एक नयी स्टडी में पाया गया है कि हाई कोलेस्ट्रॉल के उपचार के लिए आमतौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं की एक कैटेगरी स्टैटिन ने क्रोनिक किडनी की रोग वाले वृद्ध लोगों में मौत के जोखिम को कम कर दिया है,लेकिन एथेरोस्क्लोरोटिक दिल की रोग की कोई हिस्ट्री नहीं है। एथेरोस्क्लोरोटिक हार्ट डिजीज, जिसे एथेरोस्क्लेरोसिस के रूप में भी जाना जाता है। ये आर्टिरीज की अंदर की लेयर पर जमा फैट का निर्माण होता है, जिसे प्लाक के रूप में जाना जाता है।
रिसर्चर्स के अनुसार, जेएएमए नेटवर्क ओपनट्रस्टेड सोर्स में 6 दिसंबर को प्रकाशित स्टडी, क्रोनिक किडनी बीमारी वाले लोगों में प्राइमरी रोकथाम के लिए स्टेटिन के इस्तेमाल के लाभों के बारे में पिछली रिसर्च का समर्थन करता है। प्राइमरी हार्ट डिजीज की हिस्ट्री के बिना लोगों में स्टैटिन का इस्तेमाल है। यूनाइटेड स्टेट्स प्रिवेंटिव सर्विसेज टास्कफोर्स (United States Preventive Services Task Force) दिल की रोग विकसित होने के हाई फैक्टर वाले कुछ लोगों के लिए ख़ास पहलू की सिफारिश करता है।
रिसर्चर्स ने लिखा कि हालांकि, दिशानिर्देश प्राइमरी और माध्यमिक रोकथाम या दिल की रोग के इतिहास वाले लोगों के बीच अंतर नहीं करते हैं। यह स्टडी क्रोनिक किडनी रोग के मरीजों में देखभाल के महत्व को पुष्ट करता है। किडनी की देखभाल कंपनी सोमैटस के हृदय बीमारी जानकार और चिकित्सा प्रबंधन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डाक्टर जेसी यांग ने अनुसार, स्टेटिन, अन्य देखभाल के साथ, इन जोखिम वाले मरीजों के लिए नेगेटिव परिणाम को रोकने और उन्हें हेल्दी होने के साथ-साथ लंबे जीवन जीने में सहायता करने के लिए काम करते हैं।
किसी भी वजह से मरने का खतरा कम
क्रोनिक किडनी बीमारी से पीड़ित 65 वर्ष से अधिक उम्र के 14,828 लोगों के स्टडी में, रिसर्चर्स ने पाया कि स्टैटिन का इस्तेमाल किसी भी कारण से मरने के 9% कम खतरे से जुड़ा था।
स्टैटिन लेने वाले लोगों में हार्ट अटैक या स्ट्रोक जैसी दिल से जुड़ी घटना का जोखिम 4% कम था। हालांकि, यह अंतर स्टैटिस्टिकल रूप से जरूरी नहीं था। हालांकि,स्टडी में भाग लेने वाले पुरुष थे, जिनकी औसत उम्र 74 साल थी। क्रोनिक किडनी बीमारी से पीड़ित लोग जो स्टैटिन लेते हैं, वे लंबे समय तक जीवित रहते हैं। सर्वर, जो नयी रिसर्च में शामिल नहीं थे, उन्होंने बोला कि यह सिर्फ़ दिखाता है कि स्टैटिन प्रारम्भ करने वाले लोगों में सभी कारणों से मौत रेट कम होने का संबंध है।
दिल की रोग को रोकते हैं स्टैटिन
स्टडी में यह भी विशेष रूप से नहीं देखा गया कि स्टैटिन लेने वाले लोगों में मरने का जोखिम कम क्यों था। लेकिन कई अन्य स्टडीज से पता चलता है कि सिर्फ़ कोलेस्ट्रॉल के लेवल को कम करने के अतिरिक्त स्टैटिन के कई फायदा हैं। स्टेटिन दवाएं कोलेस्ट्रॉल कम करने के अतिरिक्त स्ट्रोक और हार्ट अटैक की दरों को कम करने की क्षमता रखती हैं और स्टैटिन ब्लड वेसल्स को स्थिर करने में सहायता करते हैं और प्लाक के विकास के साथ-साथ टूटने को रोकने में सहायता करते हैं। इसके अलावा, यांग ने बोला कि क्रोनिक किडनी बीमारी वाले लोगों में हाई ब्लड प्रेशर और शुगर जैसी पुरानी स्थितियों का खतरा अधिक होता है, जो पहले से विकसित दिल की रोंगों का कारण बन सकता है।
उन्होंने कहा, इससे इंसुलिन प्रतिरोध और डिस्लिपिडेमिया या आपके खून में एक या अधिक प्रकार के फैट के अनहेल्दी लेवल का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए मेटाबॉलिज्म सिंड्रोम वाले रोगियों में दिल की रोग को रोकने के लिए स्टैटिन के असर से दिल से जुड़ी घटनाओं और मौत की रेट कम होने की आसार है। हालांकि, क्रोनिक किडनी बीमारी वाले वृद्ध रोगियों और दिल की रोग का कोई इतिहास नहीं होने पर स्टैटिन को रोकने या बंद करने की राय देते हैं।
रिसर्चर्स ने क्रोनिक किडनी बीमारी वाले 14,000 से अधिक वृद्ध लोगों के डेटा की जांच की,जिनका दिल की रोग का कोई इतिहास नहीं था। कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाओं की एक कैटेगरी स्टैटिन लेने वालों में किसी भी वजह से मरने का खतरा कम था।