इन लक्षणों को पहचानें और इन चीजों से थायराइड को करें कंट्रोल
Home Remedies For Thyroid: पिछले कुछ वर्षों में थायराइड के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ी है। बढ़ा हुआ थायराइड कई समस्याएं पैदा कर सकता है। थायराइड के कारण महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती हैं, जिसके कारण उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अतिरिक्त वजन बढ़ने और हार्मोन्स में गड़बड़ी के कारण भी थायराइड की परेशानी बढ़ने लगती है। मासिक धर्म भी एक परेशानी है, इस दौरान कभी-कभी मासिक धर्म लंबे समय तक नहीं आता है, जिसके कारण हार्मोन में परिवर्तन होता है और शरीर ठीक से काम नहीं करता है। अक्सर उम्र के साथ स्त्रियों में थायराइड बढ़ने या हाइपोथायरायडिज्म की परेशानी अधिक देखने को मिलती है। थायराइड दो प्रकार के होते हैं जिनमें हाइपरथायरायडिज्म और हाइपोथायरायडिज्म शामिल हैं। अगर आपको थायराइड की परेशानी है तो इन लक्षणों को पहचानें और इन चीजों से थायराइड को कंट्रोल करें।
थायराइड के लक्षण
- हाथ-पैर कांपने लगे
- बालों का झड़ना
- नींद की कमी
- मांसपेशियों में दर्द
- तेजी से दिल धड़कना
- अधिक भूख
- वजन घटना
- घबराहट और चिड़चिड़ापन
- खूब पसीना बहाओ
- मासिक धर्म में अनियमितता
इन चीजों से कंट्रोल करें थायराइड
1- डेयरी उत्पाद- थायराइड के रोगियों को अपने आहार में डेयरी उत्पादों को शामिल करना चाहिए। आप दूध, दही, पनीर और अन्य डेयरी उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। इससे शरीर को भरपूर मात्रा में कैल्शियम, विटामिन, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व मिलेंगे।
2- मालथी- थायराइड को कंट्रोल करने के लिए मालथी का सेवन किया जा सकता है। मालथी में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। जिसे खाने से थकान और कमजोरी की परेशानी दूर हो जाती है। आपको मालथी को किसी भी रूप में खाना चाहिए।
3- आंवला- विटामिन सी से भरपूर आंवला खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। आंवला खाने से थायराइड की परेशानी ठीक हो जाती है। बालों को काला करने के लिए आंवले का सेवन करना चाहिए। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। आंवला खाने से थायराइड की परेशानी भी दूर हो जाती है।
4- नारियल- थायराइड होने पर नारियल को भी डाइट में शामिल करना चाहिए । आप कच्चा नारियल खा सकते हैं। नारियल खाने से मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है। इससे थायराइड नियंत्रित रहता है।
5- सोयाबीन- थायराइड के रोगियों को खाने में सोयाबीन भी खाना चाहिए। आप सोया दूध, टोफू या सोयाबीन खा सकते हैं। यह हार्मोन को संतुलित करने में सहायता करता है। सोया उत्पादों से भी आयोडीन के सेवन को नियंत्रित किया जा सकता है।