जाने तनाव के कारण दिल को होने वाले नुकसान के बारे में…
लाइफ़स्टाइल न्यूज़ डेस्क – भागदौड़ भरी जीवन और तेजी से बदलती जीवनशैली का असर स्वास्थ्य पर भी दिखने लगा है। आजकल लोगों पर काम का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है। ऐसे में बढ़ते काम के बोझ और जीवनशैली में तेजी से परिवर्तन के कारण अक्सर लोग कई मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार हो रहे हैं। आजकल तनाव, अवसाद और चिंता के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखी जा रही है। स्वस्थ रहने के लिए न सिर्फ़ हमारा शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होना महत्वपूर्ण है। हालाँकि, काम और अन्य समस्याओं के कारण लोग अक्सर तनाव का शिकार हो जाते हैं, जिसका असर हमारे शारीरिक स्वास्थ्य पर भी दिखाई देता है।
इसके अतिरिक्त तनाव हमारे दिल स्वास्थ्य के लिए भी बहुत नुकसानदायक है। दिल हमारे शरीर के जरूरी अंगों में से एक है। ऐसे में दिल संबंधी रोंगों के प्रति जागरुकता फैलाने के उद्देश्य से हर वर्ष 29 सितंबर को विश्व दिल दिवस मनाया जाता है। तनाव दिल बीमारी का एक जरूरी कारक है। ऐसे में तनाव के कारण दिल को होने वाले हानि के बारे में जानने के लिए हमने मनस्थली की संस्थापक निदेशक और वरिष्ठ मनोचिकित्सक डाक्टर ज्योति कपूर से बात की।
तनाव दिल को कैसे प्रभावित करता है?
तनाव के असर के बारे में डाक्टर ज्योति का बोलना है कि तनाव दिल संबंधी रोंगों का सबसे बड़ा कारण है। लोग इस बात से अनजान रहते हैं कि अत्यधिक तनाव उनके दिल स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक है। तनाव के कारण स्वस्थ दिल भी रोग की चपेट में आ जाता है। तनाव न केवल एक भावनात्मक बोझ है, बल्कि यह दिल रोगों के लिए एक जोखिम कारक भी है। चिकित्सक आगे कहते हैं कि जब हम रोजमर्रा की जीवन में बहुत अधिक तनाव लेने लगते हैं तो समय के साथ हमारी सोचने की क्षमता भी बदल जाती है। यह परिवर्तन हमारे दिल पर नकारात्मक असर डालता है।
तनाव कई समस्याओं का कारण बनता है
आसान भाषा में कहें तो जिस तरह लगातार तूफान तबाही मचाता है, उसी तरह लगातार तनाव से दिल भी बीमार हो जाता है। इससे रक्तचाप बढ़ता है, सूजन होती है और अस्वस्थ जीवनशैली बढ़ती है। ऐसे में दिल को सुरक्षित रखने के लिए तनाव प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है। तनाव को प्रबंधित करने के लिए इसके कारण का पता लगाना आवश्यक है। आप इन टिप्स की सहायता से तनाव को प्रबंधित कर सकते हैं-
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्रों के अनुसार, तनाव को प्रबंधित करने के लिए स्वस्थ भोजन खाएं।
इसके अतिरिक्त यदि आप तनाव महसूस कर रहे हैं तो व्यायाम करें, पर्याप्त नींद लें और स्वयं को आराम दें।
कार्यों की अहमियत सूची बनाएं, ताकि काम ठीक ढंग से पूरा हो सके और आप दबाव महसूस न करें।
किसी योग जानकार की सहायता से सांस लेने के कुछ व्यायाम करें।
दूसरों की हर बात पर प्रतिक्रिया देने की आदत से बचें।
अत्यधिक परफेक्शन की आदत से बचें, क्योंकि यह भी काफी तनाव का कारण बनती है।
एक ही घटना के बारे में बार-बार सोचने से बचें।
अपनी कमियों पर दुखी होने की बजाय उन्हें सुधारने का कोशिश करें।