पीठ में दर्द या अकड़न से हैं परेशान तो बिना किसी साइड इफेक्ट के इस्तेमाल करें ये थेरेपी
उत्तराखंड के ऋषिकेश को सभी योग नगरी के नाम से जानते हैं। ये योग नगरी योग के साथ ही ध्यान और आयुर्वेद का भी केंद्र है। जहां एलोपैथी ने आयुर्वेद को पिछे छोड़ दिया है। वहीं फिर से लोग अब आयुर्वेद से जुड़ने लगे हैं। आयुर्वेद भले ही एलोपैथी जितना प्रचलित न हो लेकिन उससे अधिक लाभ वाला साबित होता है। इसमें इस्तेमाल होने वाली थैरेपी बिना किसी साइड इफेक्ट्स के हमें फायदा देती है।
लोकल 18 के साथ हुई वार्ता के दौरान ऋषिकेश के तपोवन में स्थित डिवाइन समाजवादी पार्टी एंड रिसोर्ट के वेलनेस एंड समाजवादी पार्टी मैनेजर और वेलनेस थेरेपिस्ट मनीष थपलियाल बताते हैं कि आयुर्वेद कोई आज की थेरेपी नहीं है इसका इतिहास हजारों वर्ष पुराना है। ये बिमारी को जड़ से समाप्त करती ही हैं साथ ही साथ इसके कोई दुष्प्रभाव भी नहीं है। वहीं इसमें भिन्न-भिन्न रोगों के लिए भिन्न-भिन्न थेरेपी का प्रयोग किया जाता है। यदि आपके पीठ में दर्द या अकड़न रहती है या फिर आपके कंधों में झुकाव से लगता है तो आप बंडल मसाज की सहायता ले सकते हैं।
क्या है बंडल मसाज
मनीष बताते हैं कि हमारे पीठ में दर्द या अकड़न होना आम बात है जिसके लिए हम अंग्रज़ी दवाईयों का सहारा लेते हैं और वो दर्द कुछ समय के लिए ठीक भी हो जाता है। लेकिन इस दर्द के बढ़ने के कारण कई बार आर्थरेटिस और कई अन्य बीमारी भी हो जाते हैं। वहीं बंडल मसाज इन सभी के उपचार में सहायता करता है और दर्द, अकड़न या फिर आर्थरेटिस को भी जड़ से समाप्त कर देता है। बंडल मसाज में बंडल यानी पोटली का इस्तेमाल किया जाता है इन पोटलियों के अंदर जड़ी बूटियां होती हैं। जिसके बाद पोटली को हल्का हल्का गर्म कर पीठ में मसाज दी जाती है। ये जड़ी बूटियां दर्द में आराम देती है साथ ही साथ रोग को भी समाप्त कर देती है। वहीं पीठ दर्द ही नहीं इस मसाज से हमारे दिमाग को भी काफी आराम मिलता है।