स्वास्थ्य

यदि किसी को अचानक से हार्ट अटैक आ जाए, तो तत्काल करें ये काम

यदि किसी को अचानक से हार्ट अटैक आ जाए, तो तुरन्त निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:

शांत रहें और घबराएं नहीं. घबराहट से आप ठीक फैसला नहीं ले पाएंगे और स्थिति और खराब हो सकती है.
तुरंत 108 पर कॉल करें, ambulance बुलाए, जब तक एंबुलेंस न आए आप नीचे दिए गए steps को follow करे:
यदि कोई एस्पिरिन है, तो रोगी को दें. एस्पिरिन खून को पतला करने में सहायता करती है और हार्ट अटैक के कारण होने वाले हानि को कम कर सकती है. यदि आदमी एस्पिरिन खा सकता है, तो एक एस्पिरिन की गोली दीजिए और उसे गर्म पानी के साथ पीने के लिए कहें. एस्पिरिन रक्त थक्क को कम करने में सहायता कर सकता है और दिल अटैक की ब्लॉकेज को घटा सकता है.

यदि रोगी होश में नहीं है, तो उसे सीपीआर दें. सीपीआर देने के लिए, रोगी के सीने को बीच में दबाएं. दबाव को 100 बार प्रति मिनट की रेट से दें.कार्डियोपल्मोनरी रिसस्सिटेशन (सीपीआर) एक जरूरी जीवन बचाने वाली तकनीक हैं, जो हार्ट अटैक या कार्डिएक अरेस्ट के समय जान बचाने में जरूरी किरदार निभा सकती है. इससे चिकित्सा सेवा पहुंचने तक रोगी के शरीर के जरूरी अंगों में खून का बहाव और ऑक्सीजन बनाए रखने में सहायता मिलती है. इसे करने के लिए आदमी की छाती के केंद्र पर बल और तेजी से धक्का दें.

CPR किस तरह प्रारम्भ करे :CPR में दो कार्य किये जाते है :
A) मुंह द्वारा सांस भरना : Mouth to Mouth Respiration
B) छाती को दबाना : Chest Compression

Cardiopulmonary Resuscitation या CPR विधि कि मुख्य 3 प्रक्रिया है जिसे ABC बोला जाता है.

A = Airway Step : श्वसननली को खुला करना. इसका जिक्र हमने ऊपर किया है.
B = Breathing Step : पीड़ित कि सांस न चलने पर पीड़ित को तुरंत Mouth to Mouth Respiration यानि मुंह से कृत्रिम सांस देना. पीड़ित को मुंह से कृत्रिम सांस देने के लिए, पीड़ित का नाक (Nostrils) अपने बाए हाथ से बंद कर मुंह द्वारा उसे दो बार कृत्रिम सांस देना चाहिए.
C = Circulatory Step : इसे Chest Compression भी बोला जाता है क्योंकि इस प्रक्रिया में पीड़ित के ह्रदय को क्रियाशील कर शरीर में रक्तसंचार करने हेतु पीड़ित कि छाती को दबाया जाता है. Chest Compression कि प्रक्रिया निचे विस्तार में दी गयी है.
सर्वप्रथम पीड़ित को किसी ठोस स्थान पर लिटा दे और पीड़ित के एक ओर घुटनों के बल बैठ जाए.
अपना एक हाथ का पंजा पीड़ित के छाती के बिच कि हड्डी / Sternum Bone जहा पर छाती कि हड्डिया मिलाती है के मध्य में रखे. यह जगह छाती के मध्य में दोनों Nipple के बिच में होना चाहिए.
इसके बाद दूसरे हाथ को पहले हाथ के ऊपर रखते हुए उंगलियो को बांध ले. अपनी बाजुओ (Arms) और कोहनियो (Elbow) को सीधा रखे.
उसके बाद पीड़ित के सीने के हड्डियों को सीधा 1.5 से 2 inch या 4 से 5 सीएम तक नीचे दबाव दे. सीने पर दबाव देने कि यह प्रक्रिया प्रति मिनिट 100 बार कि गति से होनी चाहिए.
दबाव देने और छोड़ने कि कि क्रिया एक बार में 30 बार करे. दबाव देने और छोड़ने का समय बराबर होना चाहिए.
पीड़ित को Cardiopulmonary Resuscitation या CPR देते समय 2 बार कृत्रिम सांस / Mouth to Mouth Respiration दे और 30 बार छाती पर दबाव / Chest Compression देना चाहिए. छाती पर दबाव और कृत्रिम सांस देने का अनुपात 30:2 रखे.
जब तक इमरजेंसी सहायता प्राप्त न हो या पीड़ित सामान्य सांस लेना प्रारम्भ न कर दे तब तक CPR देना प्रारम्भ रखे.

 

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