स्वास्थ्य
Health Tips : इस जड़ी बूटी के सेवन से बुढ़ापे में भी कमजोर नहीं होंगी हड्डियाँ
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ वाली रेंज के ऊंचे बर्फीले पहाड़ों में एक खास जड़ी-बूटी पाई जाती है. बता दें कि इस जड़ी-बूटी का नाम ‘कीड़ा जड़ी’ है. वहीं इसको ‘यारशागुंबा’ भी बोला जाता है. यह जड़ी-बूटी इतनी अधिक शक्तिशाली है कि इसको पाने की चाहत में खून-खराब तक हो चुका है. इसको हिमालयी विग्रह भी बोला जाता है. यह एक तरह का जंगली मशरूम होता है, जो खास तरह के कीड़े यानी कैटरपिलर्स के मरने पर उसके ऊपर उगती है. जिस कीड़े के ऊपर यह उगता है, उस कीड़े का नाम हैपिलस फैब्रिकस है. यारशागुंबा एक शक्तिशाली चीज होती है, जो हिंदुस्तान के अतिरिक्त चीन, तिब्बत और नेपाल में मिलती है. इस जड़ी-बूटी के बारे में सबसे पहले चीन को पता चला था और इसका सेवन खिलाड़ियों को कराया जाता था. जिससे खिलाड़ियों को फौरन ताकत मिलती थी.
पावरफुल टॉनिक
एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 1500 वर्ष पहले से ही यारशागुंबा से होने वाले स्वास्थ्य फायदा को जाना जाता है. प्राचीन काल में राजाओं और कुलीन लोगों द्वारा इसका टॉनिक के रूप में सेवन किया जाता है. वहीं इसके दुष्प्रभाव की आसार बहुत कम होती है. ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस कीड़ा के क्या लाभ हैं और इसकी मूल्य कितनी है.
कीमत
बता दें कि कुछ समय पहले तक 10 ग्राम की मूल्य 5-6 लाख हुआ करती थी. लेकिन जैसे-जैसे लोगों को इसके बारे में पता चलने लगा, वैसे-वैसे इसकी डिमांड बढ़ने लगी. कहा जाता है कि वर्तमान समय में इसकी मूल्य करीब 20 लाख रुपए तक जा पहुंची है.
इन लोगों के लिए फायदेमंद
इंसुलिन रेसिस्टेंट वाले लोगों के लिए यह जड़ी-बूटी काफी लाभ वाला हो सकती है. इसके बिगड़ने से डायबिटीज का खतरा होता है और इसमें तनाव कम करने वाले गुण भी पाए जाते हैं.
एंटी-एजिंग गुणों के लिए यारशागुंबा का अधिक इस्तेमाल किया जाता है. इसको मस्तिष्क और शरीर के पोषण के लिए बेहतरीन टॉनिक माना जाता है. साथ ही लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है और ऑर्गेनिक फंक्शन में सुधार होता है.
यौन स्वास्थ्य में सुधार के लिए भी यारशागुंबा का इस्तेमाल किया जाता है. एक कप दूध के साथ इसका सेवन करने से यौन शक्ति और ख़्वाहिश बढ़ती है. दीर्घायु बढ़ाने और स्तंभन गुनाह को ठीक करने के लिए पारंपरिक डॉक्टर और बुजुर्ग लोग इसका इस्तेमाल करते थे.
यारशागुंबा के इस्तेमाल से ब्रेन पावर बढ़ती है और याददाश्त मजबूत होती है. यह लीवर को मजबूत करने, टीबी, अस्थमा और ब्रोंकाइटिस जैसे फेफड़ों के रोग, दिल की समस्याओं से बचाने के लिए बेहतरीन टॉनिक माना जाता है.