स्वास्थ्य

H5N1 बर्ड फ़्लू: एक और कोविड जैसी तबाही

नई दिल्ली: दुनिया अभी कोविड-19 महामारी से उबरने की प्रयास कर रही है, लेकिन वैज्ञानिकों ने बर्ड फ्लू को लेकर एक और खतरे की घंटी बजा दी है जानकारों ने बर्ड फ्लू महामारी के संभावित खतरे की चेतावनी दी है बोला जा रहा है कि यह कोविड-19 वायरस से 100 गुना अधिक घातक है और इससे संक्रमित आधे लोगों की मृत्यु हो सकती है. हाल ही में शोधकर्ताओं ने बर्ड फ्लू के साथ H5N1 स्ट्रेन पर चर्चा की है.

रिपोर्ट के मुताबिक, शोधकर्ताओं को डर है कि वायरस एक गंभीर सीमा को पार कर सकता है . उन्होंने चेतावनी दी है कि इससे अंतरराष्ट्रीय महामारी फैल जाएगी पिट्सबर्ग के जाने-माने बर्ड फ्लू शोधकर्ता डाक्टर सुरेश कुचिपुड़ी ने इस बारे में बात की और चेतावनी दी कि “H5N1 में महामारी पैदा करने की क्षमता है.” यह मनुष्यों सहित कई स्तनधारियों को संक्रमित करता है. हम घातक रूप से इस वायरस के करीब पहुंच रहे हैं, जो महामारी का कारण बन सकता है.

बहुत घातक है वायरस!

उन्होंने कहा, “हम वास्तव में ऐसे वायरस के बारे में बात नहीं कर रहे हैं जिसने अभी तक मानव शरीर को संक्रमित नहीं किया है.” हम एक ऐसे वायरस के बारे में बात कर रहे हैं जो पहले से ही पूरे विश्व में है, पहले से ही कई स्तनधारियों को संक्रमित कर चुका है और लगातार फैल रहा है. संदेश यह है कि अब समय आ गया है कि हम इसके विरुद्ध लड़ने के लिए तैयार हो जाएं. कनाडाई फार्मास्युटिकल कंपनी बायोनियाग्रा के संस्थापक जॉन फुल्टन ने भी H5N1 महामारी की गंभीरता पर बल दिया. उन्होंने बोला कि यह कोविड-19 से भी अधिक घातक है यह कोविड-19 से भी अधिक घातक है यदि इसमें उत्परिवर्तन होता है तो मौत रेट अधिक होती है. उन्होंने कहा, एक बार जब यह मनुष्यों को संक्रमित कर देता है, तो मौत रेट बढ़ जाती है.

कौन सी डरावनी रिपोर्ट!

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, 2003 से अब तक एच5एन1 बर्ड फ्लू से संक्रमित हर 100 लोगों में से 52 की मृत्यु हो चुकी है. कुल 887 मामलों में से 462 लोगों की मृत्यु हो चुकी है इसकी तुलना में, वर्तमान Covid-19 मौत रेट 0.1% से कम है. हालाँकि, महामारी की आरंभ में यह अनुपात लगभग 20% था. कुछ दिन पहले, मिशिगन में एक मुर्गी फार्म और टेक्सास में एक अंडा उत्पादक में एवियन फ्लू के प्रकोप की सूचना मिली थी. इसके अतिरिक्त, किसी स्तनपायी से बर्ड फ्लू संक्रमण का पहला मुद्दा एक संक्रमित डेयरी गाय और एक आदमी में सामने आया था. अमेरिकी बीमारी नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) ने टेक्सास में एक डेयरी फार्म कर्मचारी में H5N1 संक्रमण की पुष्टि की, जिसके बाद व्हाइट हाउस ने कड़ी नज़र प्रारम्भ कर दी.

मवेशियों से इंसानों में बर्ड फ्लू का संक्रमण!  

डेयरी मवेशियों से इंसानों में बर्ड फ्लू संक्रमण का यह पहला मुद्दा है. 2022 में, कोलोराडो में एक मुद्दे में चिकन और उसके बाद पक्षियों के गोबर के सीधे संपर्क के बाद एक आदमी में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई. यह वायरस पांच अमेरिकी राज्यों इदाहो, कंसास, मिशिगन, न्यू मैक्सिको और टेक्सास में जानवरों के झुंड के बीच तेजी से फैल गया, जिससे जमीन और समुद्र में लाखों जानवर प्रभावित हुए. हालांकि अमेरिकी स्वास्थ्य ऑफिसरों का बोलना है कि जनता के लिए जोखिम कम है, लेकिन राष्ट्र के सबसे बड़े ताजे अंडों के उत्पादक में एक कथित प्रकोप चिंता बढ़ा रहा है.

H5N1 क्या है?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, H5N1 बर्ड फ्लू वायरस के एक समूह एवियन इन्फ्लूएंजा ए का एक उपप्रकार है. इसे अधिक घातक माना जाता है क्योंकि यह पक्षियों में गंभीर और अक्सर खतरनाक रोग का कारण बनता है. हालाँकि यह मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करता है, H5N1 जंगली पक्षियों और कभी-कभी मनुष्यों सहित स्तनधारियों को भी संक्रमित कर सकता है. यह रोग पक्षियों के अतिरिक्त अन्य पक्षियों की भी मृत्यु का कारण बन सकती है. लेकिन कुछ मामलों में हल्के लक्षण या कोई लक्षण नहीं भी हो सकते हैं. H5N1 वायरस पहली बार 1996 में चीन में पक्षियों में पाया गया था . एक वर्ष बाद हांगकांग में इसका प्रकोप हुआ. इसके परिणामस्वरूप सीधे पक्षी से मनुष्य में संक्रमण के 18 मुद्दे सामने आए और 6 लोगों की मृत्यु हो गई.

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