स्वास्थ्य

लगातार 3-4 दिन बुखार आए तो डॉक्टर की जानें ये 5 बड़ी बातें

Summer Health Tips: इन दिनों बड़ी संख्या में लोग बुखार की चपेट में आ रहे हैं कई जगहों पर वायरल फीवर के रोगियों की तादाद बढ़ रही है, तो कुछ जगहों पर डेंगू, मलेरिया के मुद्दे देखने को मिल रहे हैं दिल्ली-एनसीआर समेत कई शहरों में मम्स वायरस का संक्रमण भी फैल रहा है इन सभी संक्रमणों में लोगों को बुखार आने लगता है वायरल और डेंगू के लक्षणों में काफी समानता होता है, जिससे दोनों के बीच अंतर पहचानना कठिन हो जाता है कई बार लोग बिना टेस्ट कराए दवाएं लेते रहते हैं, लेकिन उनकी कठिनाई दूर नहीं होती है हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो लगातार 3-4 दिन बुखार आए, तो लोगों को चिकित्सक से मिलकर अपनी जांच करानी चाहिए

कि बुखार आने की कई वजह हो सकती हैं वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से बुखार आता है अचानक बुखार आने पर लोगों को पैरासिटामोल टेबलेट ही लेनी चाहिए और किसी तरह की दवा स्वयं नहीं लेनी चाहिए यदि पैरासिटामोल लेने के बाद भी लगातार 2-3 दिन तक बुखार आए, तो लोगों को चिकित्सक से मिलकर ब्लड टेस्ट करवाना चाहिए

टेस्ट के जरिए बुखार की ठीक वजह का पता लग सकता है और ठीक समय पर उपचार हो सकता है बुखार को लेकर लोगों को ढिलाई नहीं करनी चाहिए, अन्यथा कंडीशन बिगड़ सकती है बुखार का उपचार ठीक समय पर न किया जाए, तो लोगों की जान को खतरा पैदा हो सकता है

डॉक्टर रावत ने कहा कि लोगों को लगातार 2-3 दिन तक तेज बुखार आए और दवा के बाद भी लाभ न मिले, तो 4 टेस्ट जरूर करवाने चाहिए पहला डेंगू, दूसरा मलेरिया, तीसरा टाइफाइड और चौथा कोविड ये 4 टेस्ट कराने से आपकी रोग का ठीक पता लग सकता है इन दिनों डेंगू-मलेरिया भी चल रहा है और कोविड के मुद्दे भी देखे जा रहे हैं अनेक लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं

हालांकि कई बार अन्य किसी कठिनाई की वजह से भी बुखार आ सकता है, जिसको लेकर चिकित्सक कुछ और टेस्ट या स्क्रीनिंग कराने की राय दे सकते हैं बुखार की ठीक वजह पता लग जाए, तो उपचार में सरलता होगी चिकित्सक की मानें तो बुखार आने पर लोगों को अपनी मर्जी से पेनकिलर्स और एंटीबायोटिक दवाएं नहीं लेनी चाहिए ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है

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