माइग्रेन से आराम के लिए अपनाएं ये आचार्य बालकृष्ण के आयुर्वेदिक नुस्खे
माइग्रेन की परेशानी आज के समय में सबसे अधिक युवाओं में देखने को मिल रहा है। यह दर्द बहुत असहनीय होता है। इसमें सिर के एक भाग में तीव्र दर्द होता है जो काफी लंबे समय तक रहता है। माइग्रेन में कुछ लोगों को सिर दर्द के साथ-साथ उल्टियां भी होती हैं। हालांकि दवा खाने के बाद भी माइग्रेन से निजात पाना कठिन हो गया है। यदि आप भी माइग्रेन से परेशान हैं तो इसका आयुर्वेद में देसी उपचार कहा गया है। आज हम इस आर्टिकल में माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए आचार्य बालकृष्ण जी के आयुर्वेदिक नुस्खे के बारे में विस्तार से…
माइग्रेन का आयुर्वेदिक इलाज
माइग्रेन में असहनीय दर्द होता है। यदि किसी आदमी को माइग्रेन है तो उसे लैवेंडर का ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। दरअसल आयुर्वेद में माइग्रेन के लिए लैवेंडर काफी उपयोगी माना गया है। इस ऑयल में एंटी डिप्रेशन गुण होते हैं। लैवेंडर के ऑयल से माइग्रेन के दर्द में तुरंत आराम मिलता है।
दालचीनी से करें माइग्रेन को दूर
माइग्रेन के दर्द से आराम चाहिए तो दालचीनी का प्रयोग करें। इसके लिए दालचीनी के पाउडर में पानी मिलाकर एक पेस्ट तैयार कर लें। फिर उसे सिर और कान के आसपास लगाकर 30 मिनट तक ऐसे ही रखें। फिर इस पेस्ट को गुनगुने पानी से धो लें ऐसा करने से आपको माइग्रेन के दर्द से आराम मिल सकता है।
पिपरमेंट से करें माइग्रेन का इलाज
माइग्रेन का आयुर्वेदिक उपचार पिपरमेंट है। इसके इस्तेमाल से माइग्रेन के दर्द से काफी आराम मिलता है। पिपरमेंट के ऑयल को सिर पर और सिर के पीछे सीधे तौर पर लगाएं। ऐसा करने से माइग्रेन की परेशानी से आराम मिलता है। इसके अतिरिक्त इसके इस्तेमाल से घबराहट, तनाव आदि से राहत मिलता है।
लौंग से करें माइग्रेन का इलाज
माइग्रेन के लिए आचार्य बालकृष्ण जी बताते हैं कि लौंग का इस्तेमाल बेस्ट है। इसके लिए आपको लौंग का पाउटर बना लेना है और उसे सूती कपड़े में लपेट लेना है फिर उसे सूंघने इससे माइग्रेन के दर्द में काफी आराम मिलता है। इसके साथ ही लौंग के दो बूंद ऑयल और नारियल के एक चम्मच ऑयल में थोड़ा सा नमक मिलाकर हल्के हाथ से सिर पर मालिश करें इससे आपको माइग्रेन की परेशानी में आराम मिलेगा।