स्वास्थ्य

महिलाओं को पीरियड्स के समय क्यों होता है पेट खराब, जाने…

हमारे समाज में पीरियड्स पर बात करना एक टैबू सब्जेक्ट है. इसलिए आज भी महिलाएं इस बारे में बात करने से कतराती हैं. बता दें कि पीरियड्स के दौरान स्त्रियों के शरीर में अनेक तरह की दिक्कतें होती हैं. कई बार तो यह तक नहीं समझ आता है कि शरीर के किस हिस्से किस तरह की परेशानी हो रही है. पीरियड्स के समय अधिकांश स्त्रियों के पेट खराब होने की परेशानी हो जाती है. वहीं इस दौरान कई बार टॉयलेट जाना पड़ता है, बल्कि मोशन्स में भी अधिक दर्द होता है.

कई बार पीरियड्स के दौरान गैस्ट्राइटिस की परेशानी भी होने लगती है. ऐसे में प्रश्न यह उठता है कि जब इस दौरान आपका खान-पान नहीं बदलता है, तो पीरियड्स में परेशानी होती क्यों है. ऐसे में आज इस आर्टिकल के जरिए बताने जा रहे हैं कि स्त्रियों के साथ पीरियड्स के समय पेट खराब होने जैसी स्थिति का सामना क्यों करना पड़ता है.

पीरियड्स में क्यों अधिक जाना पड़ता है टॉयलेट

हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, ऐसा दो P की यानी की प्रोजेस्टेरोन और प्रोस्टाग्लैंडिंस की वजह से होता है. प्रोस्टाग्लैंडिन वह कैमिकल होता है, जिसके कारण यूट्रेस से पीरियड ब्लड आता है. यदि शरीर में यह केमिकल कम हो या न हो, तो पीरियड्स में परेशानी आ सकती है.

इसका असर आंतों पर भी देखने को मिल सकता है. जिसकी वजह से पीरियड्स के दौरान अधिक बार टॉयलेट का चक्कर लगाना पड़ता है.

वहीं इसमें प्रोजेस्टेरोन भी असर डालता है. यह हार्मोन शरीर में कॉन्स्टिपेशन को प्रमोट करता है. जब तक आपके शरीर में इस हार्मोन की अधिकता रहेगी, तब तक आपको लूज मोशन नहीं होंगे. लेकिन पीरियड्स के दौरान यह गिर जाता है और आंते रिलैक्स हो जाती हैं. इसी वजह से पीरियड्स के दौरान मोशन बढ़ जाता है.

क्या स्त्रियों को पीरियड्स के दौरान होती है ये दिक्कत

एक रिसर्च के अनुसार, 73 प्रतिशत स्त्रियों को पीरियड्स के दौरान किसी न किसी तरह की गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी होती है. इस दौरान कॉन्स्टिपेशन या डायरिया जैसी मुख्य समस्याएं होती हैं.

पीरियड्स में स्त्रियों के पेट खराब होने का कारण

अब बात करते हैं उन दो मुख्य दो कारणों की वजह से पेट में परेशानी होती रहती है. बता दें कि प्रोजेस्टेरोन का बढ़ना और घटना हमारे अंदर भूख को बढ़ावा देता है. जिसकी वजह से बॉडी में अलग तरह की क्रेविंग्स होने लगती है. एक ओर हाई फैट वाले फूड्स जैसे आइस्क्रीम, शक्कर और चॉकलेट आदि खाने का मन करता है, तो वहीं दूसरी तरफ अधिक तला-भुना और चटपटा खाने का मन करता है.

हमारा शरीर इस तरह के फूड्स को डाइजेस्ट करने में अधिक समय लगाता है. इन फूड्स की वजह से शरीर का बाउस मूवमेंट खराब हो जाता है.

वहीं दूसरी अहम वजह स्ट्रेस और एंग्जायटी है, जिसके कारण पीरियड्स के समय कठिनाई बढ़ती है. क्योंकि स्ट्रेस और एंग्जायटी की वजह से शरीर के बाउल मूवमेंट पर असर पड़ता है. इसी वजह से शरीर में जगह-जगह दर्द होता है, कब्ज, गैस या फिर दस्त जैसी स्थिति बन जाती है.

इन सारी समस्याओं से बचने के लिए आपको थोड़ा रिलैक्स होना, एक्सरसाइज करना और खाने-पीने पर कंट्रोल रखना होगा. आप हेल्दी स्नैक्स का सेवन कर सकती हैं. जिससे आपकी भूख अधिक से अधिक कंट्रोल हो सके.

 

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