बर्गर खाने से सेहत को होतें है ये नुकसान
बर्गर खाने के 10 मिनट बाद से लेकर 40 मिनट तक शरीर में कई तरह की प्रतिक्रियाएं होती हैंबर्गर खाएं लेकिन इन्हें कभी कभार खाना ही पेट के लिए बेहतर होगा
फास्टफूड का शौकीन कौन नहीं होता। पिज्जा, बर्गर, चिकन विंग्स, फ्रेंच फ्राइज – ये पढ़ते हुए ही आपके मुंह में पानी आ रहा होगा। फास्टफूड खाने में टेस्टी होता है, इसे खाना भी बहुत सरल होता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि ये पेट में जाकर पचने में तीन दिन तक ले लेता है।
क्या कहती है रिसर्च
कुछ समय पहले एक वेबसाइट ‘फास्ट फूड प्राइस’ ने एक टाइमलाइन बनाई। इसमें एक मल्टीनेशनल बर्गर कंपनी के प्रसिद्ध और सबसे चहेते बिग बर्गर का जिक्र है। इस वेबसाइट ने कहा है कि एक बिग बर्गर खाने के 1 घंटे तक आपके शरीर में क्या-क्या रासायनिक क्रियाएं होती हैं।
वेबसाइट ने कहा कि बिग बर्गर खाने के 10 मिनट बाद से लेकर 1 घंटे तक शरीर के अंदर ब्लड शुगर, एन्जाइम और हॉर्मोन किस तरह चढ़ते और उतरते हैं।
पहले 10 मिनट: दिमाग हो गया हैप्पी-हैप्पी
हमारा दिमाग अधिक कैलोरी वाले भोजन को खाकर ही संतुष्ट होता है। यह हमारे पूर्वजों की देन है। दरअसल आदिमानवों के दौर में जब भोजन की कमी थी, हमारे पूर्वजों को अपना पेट भरा रखने के लिए अधिक कैलरी का भोजन खाना पड़ता था। इसीलिए करीब 540 कैलोरीज से भरा हुआ ‘बिग मैक’ खाने के बाद पहले 10 मिनट तक हमारा मन खुश हो जाता है।
इसके पीछे का कारण है दिमाग द्वारा रिलीज किए गए ‘फील गुड’ केमिकल जैसे डोपामीन न्यूरोट्रान्समिटर। इसीलिए बर्गर खाने के पहले 10 मिनट तक हमें संतुष्टि और खुशी की फीलिंग महसूस होती है। कई वैज्ञानिकों का मानना है कि ये ‘फील गुड’ केमिकल कोकीन जैसे ड्रग्स से मिलता-जुलता असर करते हैं और बार-बार हमें ये हाई- कैलोरी फास्टफूड खाने के लिए प्रेरित करते हैं।
20-30 मिनट बाद: शरीर में सोडियम का अटैक
अब ‘फील गुड’ केमिकल का असर समाप्त होने लगता है। यहीं से फास्टफूड के हानि असर करना प्रारम्भ करते हैं। बर्गर के बन में भारी मात्रा में फ्रक्टोज कॉर्न सिरप और सोडियम की भारी मात्रा पाई जाती है। इसी वजह से एक एक बर्गर खाने के 20 मिनट बाद ही एक और बर्गर खाने की तलब लगने लगती है। बन में 970 मिलीग्राम सोडियम होता है। सोडियम की आदत है कि बहुत अधिक मात्रा में पानी सोखता है।
ये है बर्गर खाने के नुकसान
970 मिलीग्राम सोडियम अगल-बगल वाली कोशिकाओं से पानी सोखने लगता है। इस कारण शरीर में डिहाइड्रेशन की स्थिति पैदा हो जाती है। यही कारण है कि हमारे दिल को अधिक तेजी से काम करना पड़ता है। शरीर का तापमान और ब्लडप्रेशर तेजी से बढ़ता है और हमें कुछ मीठा पीने की तलब होने लगती है।
40 मिनट बाद: भूख, भूख, भूख!
अब आपके दिमाग के भूख लगने वाले सेंटर फिर से सक्रिय हो जाते हैं। इसका कारण है कि आपके दिमाग ने शरीर के बढे हुए ब्लडशुगर पर से नियंत्रण खो दिया है। यही कारण है कि अब आपके शरीर को और अधिक हाई-कैलोरी भोजन खाने की ख़्वाहिश होने लगती है। हाई-कैलोरी भोजन खाने के बाद आपके खून में इन्सुलिन तेजी से बढ़ता है और ग्लूकोज को घटा देता है। इस वजह से आपको भोजन के बाद भी भूख लगती है।
कई बर्गर में बहुत अधिक मात्रा में उपस्थित हाई-फ्रक्टोज कॉर्न सिरप होने की वजह से हमें इन्हें और अधिक खाने का मन करने लगता है।
60 मिनट बाद: मंद पड़ गया पाचन
भोजन करने के बाद उसे पचाने में करीब 24 से 72 घंटों का समय लगता है। लेकिन एक ‘बिग बर्गर ‘ खाने के बाद उसे पचाने में 3 दिनों से अधिक का समय लगता है। दरअसल बर्गर में ट्रांस-फैट होता है। ट्रांस-फैट को पचाने के लिए शरीर को 51 दिनों तक का समय लग सकता है। ये मोटापा बढ़ाने, दिल की बीमारियां बढ़ाने और कैंसर जैसी रोंगों के लिए उत्तरदायी है।
तो अगली बार जब भी आप बर्गर खा रहे हों तो याद रखें कि अगले एक घंटे में आपका शरीर बहुत से उतार-चढ़ावों से गुजरेगा। इसीलिए इसे रोज की आदत ना बनाएं। कभी-कभार ही खाएं तो स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा।