जानें, बच्चों के लिए कोल्ड ड्रिंक पीने के नुकसान
आजकल घर हो या ऑफिस, वेलकम ड्रिंक के तौर पर लोग अतिथियों को कोल्ड ड्रिंक सर्व करना अधिक पसंद करते हैं। बात यदि बच्चों की करें तो उन्हें भी घर पर तैयार की गई देसी ड्रिंक्स से अधिक कोल्ड ड्रिंक पीना पसंद होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं बाजार में मिलने वाली ये रंग-बिरंगी कोल्ड ड्रिंक्स ना केवल आपकी जेब बल्कि आपके परिवार की स्वास्थ्य पर भी बुरा असर डालती हैं। जी हां, डॉक्टर्स की मानें तो कोल्ड ड्रिंक्स पीने से बच्चों का ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के साथ मोटापा भी बढ़ सकता है। चिकित्सक पवन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके बच्चों के लिए कोल्ड ड्रिंक्स पीने के ऐसे ही कुछ खतरों के बारे में कहा है। आइए जानते हैं उनके बारे में।
अत्यधिक वजन बढ़ना-
कोल्ड ड्रिंक में पोषक तत्वों की मात्रा शून्य होती है। जबकि शक्कर और कैलोरी अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक का सेवन करने से बच्चों में मोटापे की परेशानी पैदा हो सकती है। इसके अलावा,मोटापा शरीर में मधुमेह जैसी गंभीर स्वास्थ्य चिंताओं का कारण भी बन सकता है।
ओरल हेल्थ संबंधी चिंताएं-
जो बच्चे नियमित रूप से कोल्ड ड्रिंक का सेवन करते हैं, उनके दांतों में सड़न होने का खतरा बना रहता है। कोल्ड ड्रिंक में उपस्थित एसिड दांतों के इनेमल को खराब करने के लिए उत्तरदायी माना जाता है। इसके अलावा, इसमें उपस्थित शुगर की अधिक मात्रा दांतों में कैविटी का कारण बनती है।
डिहाइड्रेशन का कारण-
बॉडी फंक्शन के पूरा कार्य में पानी जरूरी किरदार निभाता है। किन चाय या कॉफी की तरह कार्बोनेटेड पेय डिहाइड्रेशन पैदा करने के लिए उत्तरदायी होते हैं। बच्चे की बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के लिए उसे कोल्ड ड्रिंक्स से दूर रखें।
हृदय रोग-
शोध के अनुसार, फिजी ड्रिंक के सेवन से बच्चों में दिल संबंधी रोंगों का खतरा भी बढ़ जाता है।
पाचन तंत्र को पहुंचाता है नुकसान-
कोल्ड ड्रिंक का नियमित सेवन करने से बच्चे के पेट में एसिड का संतुलन प्रभावित हो सकता है। जिसकी वजह से बच्चे को एसिडिटी,पेट दर्द,सीने में जलन,डकार,आंत में सूजन जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
मस्तिष्क पर बुरा असर डालता है-
कोल्ड ड्रिंक्स के नियमित सेवन से बच्चे के मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इससे उसे सिरदर्द और मूड खराब होने की कम्पलेन हो सकती है। यह भी माना जाता है कि यह बच्चों के मस्तिष्क के विकास में न्यूरोकैमिस्ट्री में असंतुलन का कारण बनता है।
हड्डी और दांत होते हैं कमजोर-
कोल्ड ड्रिंक में जो फास्फोरिक एसिड होता है वह कैल्शियम के स्तर को कम कर देता है जिससे बच्चों के हड्डी और दांत कमजोर हो जाते हैं।
मानसिक संतुलन होता है प्रभावित-
कार्बोनेटेड कोल्ड ड्रिंक के अधिक सेवन से कॉर्टिसोल हार्मोन का स्त्राव भी बढ़ जाता है। जिससे बच्चे का मानसिक विकास और मानसिक संतुलन भी प्रभावित होता है।
बच्चों को पिलाएं ये ड्रिंक्स-
बच्चों को नॉर्मल पानी पीने को दिया जा सकता है। इससे बच्चों की प्यास बुझेगी और वे हाइड्रेट भी रहेंगे। आप बच्चों को कोल्ड ड्रिंक्स की स्थान नींबू पानी, शरबत, जूस, शिकंजी, फ्रूट कॉकटेल, गन्ने का रस और नारियल पानी भी पीने को दे सकते है। ये सभी स्वास्थ्य के लिए काफी लाभ वाला होते हैं।