स्वास्थ्य

औषधीय गुणों का भंडार है यह करामाती पौधा, कुष्ट रोग से लेकर घाव में रामबाण

हमारे आस पास बहुत सारे ऐसे पौधे पाए जाते हैं, जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैंइन्हीं में से एक पौधा है सेहूंड का सेंहूड का पौधा औषधीय गुणों से युक्त होता है इसकी पत्तियां, दूध, जड़ और  तना सभी औषधीय गुणों से युक्त होते हैं यह बहुत से रोगों का रामबाण उपचार करता है

सीएचसी रतनपुरा के आयुर्वेदिक विभाग में तैनात चिकित्सक आफरीन बताती हैं कि सेहुंड का वानस्पतिक नाम Euphorbia antiquorum Linn (यूफॉर्बिया एण्टीकोरम) है सेंहूड के पत्तों को को गरम करके उसका रस निकालकर यदि बच्चों को एक एक चम्मच पिलाया जाए तो उनकी पुरानी सी पुरानी खांसी भी ठीक हो जायेगी इसी तरह इसके जड़ को यदि हींग के साथ पीसकर पिलाया जाए तो पेट दर्द की परेशानी को दूर किया जा सकता है

इसका काढ़ा कई रोगों के लिए है फायदेमंद
गोनोरिया, सिफलिस जैसे रोगों में भी यदि इसका काढ़ा पिया जाए तो काफी आराम मिलता है इसके अतिरिक्त ऐसा पुराना घाव जिसमें कीड़े पड़ गए हों या कुष्ठ बीमारी हो गया हो, तो इसके पत्ते का रस उस जगह पर लगाने से काफी राहत मिलती है इसके अतिरिक्त सेहुंड के तने का गूदा और इसके पत्तों का रस यदि जोड़ों पर पोटली बनाकर  बांधा जाए या लगाया जाए तो गठिया और आर्थराइटिस बीमारी में काफी फायदा मिलता है इसी तरह दाद बीमारी में भी इसका रस काफी लाभदायक माना जाता है इसके अतिरिक्त इसके पत्तों के रस को यदि गर्म करके कान में डाला जाए, तो कान दर्द की परेशानी से निजात मिलती है

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