स्वास्थ्य

इस मीठी पत्तियों की चाय में है सेहत का वरदान

पुदीने के पत्तों के बारे में सब जानते ही होंगे लेकिन क्या कभी आपने स्पियरमिंट का नाम सुना है स्पियरमिंट भी पुदीने की तरह ही होता है लेकिन यह पुदीने से एकदम अलग होता है इसे पहाड़ी पुदीना भी बोला जाता है इसके अतिरिक्त इसे कॉमन मिंट, गार्डन मिंट, लैम्ब मिंट और मैकेरल मिंट के नाम से भी जाना जाता है स्पियरमिंट स्वास्थ्य के लिए वरदान से कम नहीं है यह ऐसी जड़ी बूटी है, जो कई शारीरिक समस्याओं को दूर करती है सबसे अच्छी बात यह है कि यह मीठी पत्ती होती है यानी इसकी चाय बनाने में चीनी की भी आवश्यकता नहीं है

स्पियरमिंट के फायदे
क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार स्पियरमिंट में कई तरह के विटामिन और मिनिरल्स होते हैं इसके अतिरिक्त इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी होते हैं जो सेल से फ्री रेडिकल्स को हटाते हैं इसमें फ्लेवेनोएड और रोजमेरीनिक एसिड होता है जो कई रोंगों से बचाता है स्पियरमिंट की चाय में बैक्टीरिया से लड़ने की भी क्षमता होती है इससे खुजली या इंफेक्शन संबंधी बीमारियां भी ठीक हो सकती है इसके अतिरिक्त स्पियरमिंट की चाय पेट को साफ करने के लिए जानी जाती है स्पिरयमिंट की चाय की पत्तियां मीठी होती है लेकिन यह ब्लड शुगर को लो करने में माहिर है स्पियरमिंट की चाय से ब्लड प्रेशर भी कम हो सकता है

स्पियरमिंट की चाय पीने से ज्वाइंट पेन दूर होगा
स्पियरमिंट की चाय में रोजमेरेनिक एसिड होता है जो एंटी-इंफ्लामेटरी गुण से भरपूर होता है यह जोड़ों में मुश्किल से मुश्किल दर्द से राहत दिला सकती है रिसर्च में पाया गया है कि ऑस्टियोपोरोसिस के जो रोगी लोग स्पियरमिंट की चाय पीते हैं उनमें जोड़ों का दर्द और अकड़न ठीक हो गया

हार्मोनल गड़बड़ी हो जाती ठीक
स्पियरमिंट की चाय पीने से हार्मोन संबंधी गड़बड़ियां भी दूर हो जाती है यह चाय खासकर स्त्रियों के लिए अधिक लाभ वाला है जो महिलाएं पीसीओएस रोग से पीड़ित हैं, उनके लिए यह चाय काफी लाभ वाला है यह स्त्रियों में एंड्रोजेंस को कम करता है ओर एलएच हार्मोन और एफएसएच हार्मोन को कम करता है कई अध्ययनों में पाया गया है कि दिन में दो बार स्पियरमिंट की चाय पीने से पीसीओएस के लक्षण बहुत कम हो गए

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