आयुष केंद्रों में मिलेंगी अब और बेहतर सुविधाएं
देशभर में स्थित सभी आयुष स्वास्थ्य केंद्रों का विस्तार किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आयुष स्वास्थ्य केंद्रों के बुनियादी ढांचे, मानव संसाधन और दवाओं की उपलब्धता के संबंध में लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। आपको बता दें कि देशभर में विभिन्न श्रेणियों में 3800 से अधिक आयुष हॉस्पिटल हैं और इनमें कुछ बेड्स की संख्या 60 से अधिक है।
सरकार द्वारा जारी एक बयान में बोला गया है कि आयुष के लिए भारतीय पब्लिक हेल्थ स्टैंडर्ड को अपनाने से राज्य और केंद्र शासित प्रदेश आयुष स्वास्थ्य सेवाओं की क्वालिटी का विस्तार कर पाएंगे। बयान में आगे बोला गया है कि इसका मूल उद्देश्य पब्लिक हेल्थ सेक्टर भीतर रोकथाम, प्रोत्साहन, इलाज, राहत और पुनर्वास सेवाओं को मजबूत करना है।
क्या सुविधा मिलेगी?
गौरतलब है कि एलोपैथिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पहले से ही इसी तरह के मानक उपस्थित हैं। आयुष मानकों में जनसंख्या के आधार पर बेड्स और स्वास्थ्य केंद्रों में कर्मियों की न्यूनतम जरूरत को लिस्ट किया गया है। दिशानिर्देश के अनुसार, प्रति 50 हजार जनसंख्या पर कम से कम 10 आयुष बेड्स, प्रति 1.5 लाख जनसंख्या पर 30 बेड्स और प्रति 2.5 लाख जनसंख्या पर 50 बेड्स होने चाहिए।यह दिशानिर्देश विभिन्न स्तरों के स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष की विभिन्न धाराओं के लिए जरूरी दवाओं की लिस्ट भी बनाते हैं। इनके लागू होने से आशा की जा रही है कि राष्ट्र भर में आयुष स्वास्थ्य सेवाओं की क्वालिटी और पहुंच में सुधार होगा।
आयुष अस्पतालों में कैशलेस सुविधा
देशभर के आयुष अस्पतालों में कैशलेस की सुविधा प्रारम्भ कर दी गई है। आयुष मंत्रालय के ज्वाइंट सेक्रेटरी ने कहा की इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथारिटी ऑफ इण्डिया (इरडा) की ओर से आयुष अस्पतालों में कैशलेस की सुविधा की अनुमति मिल गई है। अब लोग अपने हेल्थ इंश्योरेंस से आराम से आयुष अस्पतालों में भी उपचार करा सकेंगे। इसके अलावा, बाहर से उपचार कराने के लिए हिंदुस्तान आने वाले विदेशी नागरिकों को आयुष वीजा दिया जाएगा। अभी वह मेडिकल वीजा पर हिंदुस्तान आते हैं।